Satta King: लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने के बाद मध्यप्रदेश के सियासी गलियारों में बड़ी सुगबुगाहट है। कयासबाजी शुरू हो गई है कि एमपी से कौन-कौन केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बनेगा। तमाम राजनीतिक विश्लेषकों के साथ अलग-अलग जगहों के सट्टा बाजार भी अपने-अपने दावे ठोक रहे हैं। राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार और  मुंबई सट्टा बाजार ने मध्यप्रदेश को लेकर फिर चौंकाने वाली भविष्यवाणी की है। सट्टा बाजार की नई भविष्यवाणी के मुताबिक, केंद्र में एनडीए की सरकार बनती दिख रही है। MP से इन छह दिग्गज नेताओं को नई केंद्र सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। चलिए देखते हैं कि सट्टा बाजार का एमपी के नेताओं को लेकर किया जा रहा दावा कितना सही साबित होता है?

एमपी के ये नेता बन सकते हैं केंद्रीय मंत्री 
चुनाव परिणाम के बाद फलोदी सट्टा बाजार की नई भविष्यवाणी है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा दिल्ली का रुख कर सकते हैं। इसके अलावा एमपी से एक महिला भी केंद्रीय मंत्री की कतार में है। सट्टा बाजार ने मौजूदा समीकरण को देखते हुए दावा किया है कि राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार और नई सांसद अनिता नागर सिंह चौहान की संभावना प्रबल दिख रही है।

पिछली मोदी कैबिनेट में इन्हें मिली थी जगह 
बता दें कि पिछली मोदी कैबिनेट में एमपी से अधिकतम पांच लोगों (नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, वीरेंद्र कुमार खटीक और प्रहलाद पटेल) को जगह मिली थी। इस बार यह संख्या एक बढ़ सकती है। हालांकि यह सब केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करेगा, क्योंकि इस बार भाजपा के साथ एनडीए के बाकी घटक दलों को भी तवज्जो मिलेगी। 

वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष पद से हट सकते हैं 
सट्टा बाजार के मुताबिक, मध्यप्रदेश में संगठनात्मक फेरबदल इसलिए भी होना है, क्योंकि वीडी शर्मा के अध्यक्षीय कार्यकाल का पांचवां साल शुरू हो गया है। फरवरी 2023 में उनका निर्वाचित कार्यकाल पूरा हो चुका है। चूंकि विधानसभा चुनाव थे, इसलिए दिल्ली ने कोई बदलाव नहीं किया। विधानसभा के बाद तीन महीने के अंतराल में लोकसभा चुनाव भी शुरू हो गया। इसीलिए यह बदलाव अब जल्द होने की संभावना है। सट्टा बाजार की भविष्यवाणी है कि  दिल्ली जल्द ही संगठन के चुनाव का ऐलान कर सकती है। ऐसे में वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष पद से हटेंगे। यानि उनका दिल्ली जाना तय है।  

महिलाओं की दावेदारी इसलिए बढ़ी
सट्टा बाजार का अनुमान है कि मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा ने छह महिलाओं (हिमाद्री सिंह, लता वानखेड़े, सावित्री ठाकुर, अनिता नागर सिंह चौहान, संध्या राय और भारती पारधी) को टिकट दिया। सभी जीत गईं। टिकट देने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी वजह थे। छह लोकसभा सांसद के साथ दो महिलाएं (कविता पाटीदार व सावित्री वाल्मीक) राज्यसभा में भी हैं। इसलिए केंद्र में जाने वाली महिलाओं की दावेदारी इस बार बढ़ गई है।

वीरेंद्र कुमार को लेकर चौंकाने वाला दावा 
सट्टा बाजार ने सांसद वीरेंद्र कुमार को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। दावे के मुताबिक, मौजूदा मोदी कैबिनेट में टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक का पत्ता कट सकता है। खटीक 2024 में आठवीं बार सांसद चुने गए हैं। पिछली केंद्र सरकार में वीरेंद्र कुमार पांच केंद्रीय मंत्रियों के साथ शामिल रहे। विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल को मोदी सरकार ने एमपी भेज दिया। दोनों विधानसभा का चुनाव लड़े और जीत गए। इसके बाद मोदी कैबिनेट में तीन ही मंत्री रहे। इस बार दलित कोटे से वीरेंद्र कुमार का दावा कमजोर होगा। 

शिवराज को लेकर बड़ी भविष्यवाणी
सट्टा बाजार में शिवराज सिंह चौहान को लेकर सबसे अधिक दांव लगे हैं। सट्टा बाजार के मुताबिक, केंद्र जाने वालों में आलाकमान यदि ओबीसी कोटा लगाता है तो शिवराज सिंह चौहान के सामने पांच बार के सांसद गणेश सिंह और किसान नेता और राज्यसभा सदस्य बंशीलाल गुर्जर पिछड़ जाएंगे। शिवराज सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री के नाते केंद्र में बड़ी जवाबदारी भी दी जा सकती है। यह कैबिनेट के साथ संगठन की भी हो सकती है। ज्यादा संभावना इस बात की है कि शिवराज सिंह को एनडीए सरकार में कोई अहम मंत्रालय मिलेगा।

आदिवासी में फग्गन सिंह आगे
सट्टा बाजार का दावा है कि आदिवासी नेताओं की बात होगी तो मध्यप्रदेश से केंद्र में प्रतिनिधित्व पाने वालों में फग्गन सिंह कुलस्ते आगे हैं। फग्गन सातवीं बार के सांसद हो गए हैं। उनके बराबर कोई दूसरा नेता नहीं है। कुलस्ते मोदी कैबिनेट में प्रमुख मंत्रालय संभाल चुके हैं। इसलिए कुलस्ते के केंद्र में जाने की ज्यादा संभावना है। 

ये तीनों नेता सबसे सीनियर 
सट्टा बाजार में केंद्र जाने वाले एमपी के संभावित नेताओं की सीनियरिटी पर भी दांव लगा है। सट्टा बाजार के मुताबिक, 18वीं लोकसभा में अगर जाने का मौका मिला तो शिवराज, फग्गन और खटीक सबसे सीनियर होंगे। शिवराज मुख्यमंत्री चुने जाने से पहले 1991 से 2004 तक लगातार पांच बार विदिशा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। शिवराज का यह 6वां कार्यकाल होगा। 

वीरेंद्र 8वीं और फग्गन 7वीं बार बने सांसद 
सीनियरिटी में दलित नेता वीरेंद्र खटीक दूसरे और आदिवासी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते तीसरे स्थान पर होंगे। वीरेंद्र खटीक 8वीं बार और फग्गन 7वीं बार लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए हैं। दोनों का संसदीय कार्यकाल 1996 से ही शुरु हुआ था। उनके बाद सीनियरिटी में सतना सांसद गणेश सिंह होंगे जो पांचवीं बार चुने गए हैं।