MP News: मध्यप्रदेश का सबसे चर्चित चेहरा शिवराज सिंह चौहान ने मोदी कैबिनेट में छठवें नंबर पर केंद्रीय मंत्री पर की शपथ ली। पहली बार केंद्रीय मंत्री बने शिवराज सिंह चौहान 13 साल की उम्र में संघ से जुड़े। इसके बाद चार बार एमपी के मुख्यमंत्री और छह बार सांसद के रूप में काम किया। एमपी में शिवराज सिंह चौहान को मामा के नाम से जाना जाता है, उन्होंने हाल ही में लाडली बहना योजना लागू कर समूचे प्रदेश की महिलाओं को रक्षाबंधन पर तोहफा दिया था।
जानें शिवराज सिंह चौहान का राजनीतिक करियर
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जन्म 5 मार्च 1959 को हुआ था।
1. 1972 में 13 साल की उम्र में वह RSS से जुड़े।
2. 1975 में मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल छात्र संघ के अध्यक्ष बने।
3. 1975-1976 आपातकाल के खिलाफ भूमिगत आंदोलन में भाग लिया।
4. 1977 से 1978 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भोपाल के संगठन सचिव रहे।
5. 1978-1980 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के संयुक्त सचिव रहे।
6. 1980-1982 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में महासचिव रहे।
7. 1982-1983 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहे।
8. 1984-1985 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा, मध्यप्रदेश के संयुक्त सचिव रहे।
9. 1985-1988 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के महासचिव रहे।
10. 1988-1991 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा मध्यप्रदेश के अध्यक्ष रहे।
11. 1991-1992 तक अखिल भारतीय केशरिया हिंदू वाहिनी के संयोजक रहे।
12. साल 1992 में अयोध्या में कार सेवा के दौरान जेल गए।
13. 1992-1996 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के महासचिव रहे।
14. 1997-2000 तक भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के महासचिव रहे।
15. 2000-2003 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।
16. 2003-2005 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे।
17. 2005-2006 तक भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष रहे।
18. 2014-2022 तक भारतीय जनता पार्टी पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य रहे।
19. साल 2018 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने।
20. साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान के प्रमुख बने।
विधायक से मुख्यमंत्री तक का सफर
साल 1990 में शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा से पहली बार विधायक बने। 1991 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से पहली बार सांसद का चुनाव जीता। 1996 में विदिशा से दूसरी बार सांसद का चुनाव जीता। 1998 में एक फिर विदिशा से तीसरी बार सांसद बने। साल 1999 में चौथी बार विदिशा से सांसद का चुनाव जीता। आखिर में वह साल 2004 में विदिशा से पांचवीं बार सांसद बने। साल 2005 में पहली बार पार्टी ने मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया। 2006 में बुधनी में विधानसभा का उपचुनाव जीता। 2008 बुधनी से तीसरी बार विधायक और दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। साल 2013 में बुधनी से चौथी बार विधायक बने। इसी के साथ तीसरी बार मुख्यमंत्री बने। साल 2018 में बुधनी से पांचवीं बार विधायक चुने गए। 2020 में चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
2023 बुधनी से छठवीं बार विधायक का चुनाव जीता
2024 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से देश में भारतीय जनता पार्टी के सर्वाधिक मतों से जीतने वाले सांसद बने, जहां मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस था। 4 बार मुख्यमंत्री सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता बने।