स्मार्ट टॉयलेट और वाटर ATM घोटाला: सिंगरौली नगर निगम में जबरदस्त हंगामा, महापौर रानी अग्रवाल भूमिका पर सवाल

Singrauli Nagar Nigam: मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्मार्ट टॉयलेट और वाटर एटीएम खरीदी में व्यापक फर्जीवाड़ा सामने आया है। विपक्षी पार्षदों ने इस मुद्दे पर शुक्रवार को जबरदस्त हंगामा किया। उन्होंने फर्जीवाड़े में शामिल अफसरों और वेंडर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। मेयर रानी अग्रवाल के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।
विपक्षी पार्षदों के मुताबिक, महापौर रानी अग्रवाल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में दो स्मार्ट टॉयलेट और तीन वाटर एटीएम खरीदने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन एक करोड़ की लागत से खरीदे गए यह उपकरण बिना इंस्टॉल कराए ही वेंडर को भुगतान कर दिया गया है। पार्षदों ने पैसे की बर्बादी का आरोप लगाया है।
विपक्षी पार्षदों के मुताबिक, इस पूरे फर्जीवाड़े में बिचौलिए अर्जुन जायसवाल सहित कुछ अफसरों भी भूमिका संदिग्ध है। महापौर रानी अग्रवाल पर भी सवाल उठ रहे हैं। नगर निगम में उनके खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन हुआ। हालांकि, विरोध से बचने वह निगम कार्यालय ही नहीं आईं। खुर्शीद आलम प्रभारी महापौर की भूमिका निभाई।
कमिश्नर ने बताया फिजूलखर्ची
नगर निगम कमिश्नर डीके शर्मा ने पार्षदों के विरोध के बाद उपकरण ठीक कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि ऐसे स्मार्ट टॉयलेट की अभी जरूरत नहीं थी। बैठक में अंबेडकर चौक स्थित शॉपिंग प्लाजा का मुद्दा भी जोर-शोर से उठाया गया।
10 साल में जर्जर हो गया शॉपिंग प्लाजा
अंबेडकर चौक में शॉपिंग प्लाजा 10 साल पहले बना था, लेकिन यह पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। नगर निगम प्रशासन इसे डिस्मेंटल कराने की तैयारी में है। शुक्रवार को इस मुद्दे पर चर्चा होनी थी, लेकिन विरोध को देखते हुए इसे एजेंडे से हटा दिया गया है। पार्षदों ने इसके लिए अलग से बैठक बुलाने की मांग की है।
