MP News: मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के पचुआर गांव में शनिवार शाम को एक हृदयविदारक घटना हुई, एक 36 वर्षीय युवक रामकुमार सिंह ने घर के अंदर बने कुलदेवी के चबूतरे के सामने खुद का गला काटकर आत्महत्या कर ली। घटना शनिवार शाम लगभग 7 बजे बरगवां थाना क्षेत्र के पचुआर गांव की है। 

बता दें, रामकुमार सिंह अपने घर में बने कुलदेवी के मंदिर वाले कमरे में गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। काफी समय तक जब वह बाहर नहीं आया, तो परिवार के सदस्यों को चिंता हुई। उन्होंने आवाज लगाई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर गांववालों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। अंदर का दृश्य बेहद भयावह था। रामकुमार लहूलुहान हालत में फर्श पर पड़ा था। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।

देवी का भक्त था रामकुमार
रामकुमार के चाचा छोटेलाल गोंड ने बताया कि उनका परिवार कई पीढ़ियों से अगारमोती देवी की उपासना करता आ रहा है, और रामकुमार देवी का बहुत बड़ा भक्त था। वह अक्सर देवी के चबूतरे के सामने समय बिताता था। इस घटना से परिवार और गांव के लोग बेहद सदमे में हैं। रामकुमार के पिता रामखिलावन सिंह ने बताया कि घटना से पहले उन्होंने रामकुमार से तंबाकू में मिलाने के लिए चूना मांगा था, जिसे रामकुमार ने दिया और फिर वह देवी के कमरे में चला गया। इसके बाद जो कुछ हुआ, वह किसी ने सोचा भी नहीं था।

मानसिक स्थिति कुछ सालों से थी अस्थिर  
रामकुमार की मानसिक स्थिति बीते कुछ सालों से अस्थिर रही है। छह साल पहले देवसर अस्पताल में उनका मानसिक इलाज भी हुआ था, लेकिन बीच-बीच में वह अजीब व्यवहार करने लगते थे। परिजनों ने बताया कि पहले भी एक बार रामकुमार ने खुद का गला काटने का प्रयास किया था, लेकिन तब उन्हें बचा लिया गया था। हो सकता है कि उनकी भक्ति और मानसिक तनाव ने इस बार उन्हें आत्महत्या की ओर धकेल दिया हो।

पुलिस जांच में जुटी
बरगवां थाना प्रभारी शिवपूजन मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने मौके से खून से सनी कुल्हाड़ी बरामद की है और मामले की जांच चल रही है। अभी तक घटना के पीछे की सटीक वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। परिजनों और गांववालों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पूरी स्थिति का खुलासा हो पाएगा।