MP News: उज्जैन में 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए उज्जैन में स्पिरिचुअल सिटी बनाई जाएगी। साथ ही 12 ज्योतिर्लिंग भी बनाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को एक ही जगह पर सभी ज्योतिर्लिंग का दर्शन मिल सकें। सरकार द्वारा इसको बढ़ाने का उद्देश्य धार्मिक टूरिज्म को बढ़ाना है।

सीएम मोहन यादव ने इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी है। जल्द ही संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकर सीएम चर्चा करेंगे। यहां पर भगवान शिव की बड़ी मूर्ति स्थापित की जाएगी। उज्जैन देशभर में अपनी तरह का अनूठा स्थान होगा। सरकार की कोशिश है कोई भी श्रध्दालु दो से तीन दिन का समय यहां बिताएं।

12 ज्योतिर्लिंग का एक साथ कर सकेंगे दर्शन
उज्जैन शहर से 15 किमी दूर 150 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गई है। यहां पर भगवान भोलेनाथ की मूर्ति के चारों ओर 12 ज्योतिर्लिंग के स्वरूप स्थापित किए जाएंगे। यहां पर सिंहस्थ के पहले एक बड़ा म्यूजियम बनाने की तैयारी भी की जा रही है। यह म्यूजियम कोठी की एरिया में बनाया जाएगा। ताकि यहां आने वाले लोग विक्रमादित्य के शासन काल के साथ भगवान कृष्ण, महाकाल बाबा और अन्य धार्मिक महत्व इसके साथ ही उज्जैन के गौरवशाली इतिहास और धार्मिक महत्व से रूबरू हो सकें।

प्लान किया जा रहा तैयार
सिंहस्थ की भीड़ को मद्देनजर रखते हुए वहां की पार्किंग व्यवस्था, होटल्स और लॉज के लिए प्लान तैयार किया जाएगा। साथ ही अखाड़ों और दुकानों के लिए भूमि अधिग्रहण भी किया जाएगा। हॉस्पिटैलिटी और ट्रैफिक प्रबंधन पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके साथ ही यूनिटी मॉल भी बनाया जाएगा, जो उज्जैन के विकास में सहभागी होगा।

प्रयागराज महाकुंभ पर भी एमपी सरकार की नजर
प्रयागराज में अगले साल जनवरी में महाकुंभ मेला लगने वाला है। इसकी तैयारी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही एमपी सरकार भी काफी गंभीर है। वहीं एमपी सरकार भी 20 मई को इसे लेकर बैठक करने वाली है, प्रयागराज महाकुंभ में किए जाने वाले प्रबंधों के आधार पर सिंहस्थ उज्जैन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।