Maha Panchayat Barsana: मध्य प्रदेश के सीहोर वाले शिव पुराण कथा प्रवक्ता पंडित प्रदीप मिश्रा के राधा रानी पर दिए गए बयान के बाद सोमवार को सनातन धर्म के धर्माचार्यां और विद्वानों द्वारा महापंचायत की गई। जिसमें अलग अलग अखाड़ों और संघ के विद्वान शामिल हुए। इस महापंचायत में मथुरा के बरसाना रहवासी और अन्य साधु संत भी शामिल हुए।
मान मंदिर परिसर के रास मंडप में पंचायत
यह महापंचायत बरसाना के मान मंदिर परिसर के रास मंडप में हुई। मान मंदिर में पद्मश्री रमेश बाबा और उनकी मंडली के सदस्य यहां प्रभु का भजन करते हैं। बरसाना के गहवर वन क्षेत्र में यह मंदिर स्थित है। राधा रानी की जन्मस्थली और उनके परिजनों पर पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा दी गई जानकारी के बाद से मामले ने तूल पकड़ा, जिसके बाद महापंचायत हुई।
साधु संत और ब्रजवासी शामिल हो रहे
महापंचायत में शामिल होने के लिए ब्रज तीर्थ देवालय न्यास, धर्म रक्षा संघ, ब्राह्मण सेवा संघ, तीर्थ पुरोहित समाज, गौ रक्षक दल, यमुना भक्तों के साथ ही साधु संत और ब्रजवासी शामिल हुए। बताया जा रहा है कि करीब 5 हजार विद्वान इस महापंचायत में शामिल होते हुए अपने तर्क रखे।
रावल गांव और छाता स्थल में शादी
बता दें कि हॉल ही में पंडित प्रदीप मिश्रा ने राधा जी के जन्म स्थल और उनके परिवार को लेकर भक्तों को जानकारी दी थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि राधा जी का मायका बरसाना नहीं है। वह रावल गांव की थीं और उनकी शादी छाता में हुई थी। मिश्रा ने कहा था कि राधा के पिता जी की कचहरी थी और वहां पर वह कोर्ट लगाते थे। बरसाने का मतलब समझाते हुए उन्होंने कहा कि बरस यानी साल में एक बार आना। मतलब राधा के पिता साल में एक बार यहां आते थे। इस टिप्पणी पर प्रेमानंद महाराज ने पंडित मिश्रा की आलोचना की थी। जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। इस मामले को शांत कराने के लिए महापंचायत की जा रही है।