Suresh Pachauri join BJP: पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी ने शनिवार को भोपाल में भाजपा का दामन थाम लिया। उनके साथ धार सीट से पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़, पूर्व विधायक संजय शुक्ला, पूर्व विधायक विशाल पटेल, अर्जुन पलिया, आलोक मिश्रा, पूर्व उपाध्यक्ष सतपाल पलिया, भोपाल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत कई दिग्गज नेताओं ने भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। सभी ने मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा आदि बड़े नेताओं की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता हासिल की।
कौन हैं सुरेश पचौरी?
सुरेश पचौरी 56 साल कांग्रेस में रहे। उन्हें राजीव गांधी और सोनिया गांधी का बेहद करीबी माना जाता था। बताया जा रहा है कि वे खुद को काफी दिनों से अपमानित और उपेक्षित महसूस कर रहे थे।
सुरेश पचौरी मनमोहन सरकार में मंत्री थे। वे 24 साल राज्यसभा सदस्य रहे। मध्य प्रदेश कांग्रेस, युवक कांग्रेस और सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। वे बीते कई सालों तक पार्टी में हाशिए पर रहे। वजह उनकी वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के साथ अदावत की कहानी है। सुरेश पचौरी का भाजपा में जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि देश को जोड़ने का दावा करने वाले राहुल गांधी ने हाल ही में प्रदेश में यात्रा निकाली।
56 साल कांग्रेस को किया मजबूत
सुरेश पचौरी ने मनमोहन सरकार में विभिन्न मंत्रालयों में केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया है। सुरेश पचौरी ने 1972 में एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। इसके 12 साल बाद वे 1984 में राज्य युवा कांग्रेस अध्यक्ष बने। वह 1984 में राज्यसभा के लिए चुने गए और 1990, 1996 और 2002 में फिर से चुने गए।
सुरेश पचौरी ने अपने राजनीतिक करियर में केवल दो बार चुनाव लड़ा है। 1999 में उन्होंने भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की उमा भारती को चुनौती दी थी। लेकिन 1.6 लाख से अधिक वोटों से हार गए थे। उन्होंने 2013 के विधानसभा चुनाव में भोजपुर से शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री और दिवंगत सीएम सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन वह चुनाव भी हार गए।
क्या धार से मैदान में उतरेंगे गजेंद्र सिंह?
भाजपा ने मध्य प्रदेश की 24 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। लेकिन 5 सीटें होल्ड पर हैं। इनमें धार की सीट भी शामिल है। संभावना है कि गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी को भाजपा धार सीट से उतार सकती है। अगर ऐस हुआ तो धार का समीकरण बदल जाएगा।
राहुल गांधी 5 दिन मध्य प्रदेश में रहे
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इन दिनों राजस्थान में है। मध्य प्रदेश से ही राहुल गांधी 7 मार्च को राजस्थान में दाखिल हुए। 5 दिन की यात्रा में राहुल गांधी ने मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम, धार और सैलाना को कवर किया। कांग्रेस नेताओं ने यात्रा को सफल बताया। लेकिन अपनी पार्टी में सुरेश पचौरी जैसे दिग्गज नेता की नाराजगी को भांप नहीं पाई।