Desi wedding of foreign couple: एमपी के शिवपुरी में एक यादगार शादी होने जा रही है। विदेशी कपल की शादी की गूंज मध्यप्रदेश में सुनाई देगी। 21 जुलाई को धूमधाम से होने वाली अनोखी शादी में विदेशी मेहमान भारतीय व्यंजनों का लुफ्त उठाएंगे। शिवपुरी के मैरिज गार्डन में कल स्विट्जरलैंड के मार्टिन और जर्मनी की उलरिके भारतीय रीति रिवाज से सात फेरे लेंगे। दोनों सात जन्मों तक एक दूसरे का साथ देने की कस्में भी खाएंगे। विदेशी कपल ने शादी के लिए भारतीय वेशभूषा तैयार करवा ली है।
शादी के बाद भारत की सैर करेंगे
स्विट्जरलैंड के मार्टिन और जर्मनी की उलरिके 11 जुलाई को ही शिवपुरी पहुंच चुके हैं। शादी की तैयारियों में लगे हुए हैं। दोपों कपल गुरु डॉ. रघुवीर सिंह गौर के यहां रुके हैं। विदेशी कपल का कहना है कि भारतीय संस्कृति से शादी का मन अध्यात्म की दुनिया से जुड़ने के बाद बनाया है। उन्होंने बताया कि शादी के बंधन में बंधने के बाद दोनों भारत की सैर पर निकलेंगे।
स्पेन में दोनों की हुई थी मुलाकात
बता दें कि स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में रहने वाले मार्टिन आमवस्टन पेशे से लीगल ऑडिट में कंप्लायंस ऑफिसर हैं। उलरिके जर्मनी के म्यूनिख शहर की रहने वाली हैं। पेशे से नर्स हैं और नामी हॉस्पिटल में पदस्थ हैं। स्पेन में उलरिके और मार्टिन की मुलाकात हुई थी। मार्टिन और उलरिके क्रिश्चियन हैं। दोनों के विचार काफी मिलते हैं। जिसकी वजह से दोनों की दोस्ती हुई। इसके बाद फोन पर बातें शुरू हो गईं। बातचीत धीरे-धीरे प्यार में बदल गई।
मार्टिन ऐसे गुरु रघुवीर से जुड़े
5 साल पहले मार्टिन सोशल साइट्स के माध्यम से आध्यात्मिक संत गुरुजी डॉ. रघुवीर सिंह गौर के संपर्क में आए थे। मार्टिन ने शुरू में गुरु रघुवीर से ध्यान के संबंध में ऑनलाइन मदद ली। मार्टिन ने स्लोगन 'सेवकाई में प्रभुताई' शब्द का अर्थ जाना तो पता चला कि उन्होंने जीवन के 45 साल यूं ही गंवा दिए। इसके बाद मार्टिन गुरु जी के सानिध्य में अध्यात्म की दुनिया से जुड़ गए। फिर मार्टिन गुरुजी के दर्शन करने के लिए भारत आने लगा।
250 मेहमानों को बुलाया
शिवपुरी के नत्रक्ष गार्डन में 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के दिन मार्टिन और उलरिके की शादी की शहनाई बजेगी। गुरु पूर्णिमा महोत्सव के तहत विश्व आध्यात्मिक संस्थान तीन दिन का आयोजन कर रहा है। महोत्सव के तहत ही शादी का भी प्रबंध किया गया है। इसमें 250 मेहमानों को बुलाया गया है। 10 से ज्यादा विदेशी मेहमान शामिल हो रहे हैं।
उलरिके ने जानें क्या कहा
उलरिके का भी अध्यात्म की ओर काफी झुकाव है। उलरिके कहती हैं कि जीवन का सबसे महत्वपूर्ण शादी का फैसला लेने का समय आया तो शादी गुरुजी के आशीर्वाद और सानिध्य में करने की इच्छा हुई है। इसी कारण गुरजी के पास आ गए। मार्टिन के अध्यात्म के चलते ही वह गुरु से मिली थीं।