झाबुआ। आदिवासी अंचल झाबुआ में बच्चे की चाहत में महिला की जिंदगी अंधविश्वास की भेंट चढ़ गई। तांत्रिक ने महिला के शरीर में आत्मा का साया होने का हवाला देकर उसे लोहे की जंजीर से इस कदर पीटा कि उसकी मौत हो गई। मामला गुरुवार का है। पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है।
शादी के 15 साल बाद भी नहीं हुई संतान
मेघनगर क्षेत्र के नागनवाट निवासी प्रकाश डामोर की पत्नी मंजीता को शादी के 15 साल बाद भी संतान नहीं हुई थी। प्रकाश के साथ उसकी पत्नी के दोनों भाई अंद्रू मालीवाड़ और मार्टिन मालीवाड़ बुधवार को मंजीता को लेकर राणापुर फाटे के पास तांत्रिक के पास लेकर पहुंचे। उसने कहा कि इसके शरीर में बुरी आत्मा है, जो बच्चे नहीं होने दे रही। उसे निकालना पड़ेगा। इसके बाद एक कमरे में तांत्रिक ने लोहे की जंजीर से मंजीता को पीटना शुरू कर दिया। चोट लगने से वह चिल्लाने लगी। इसके बावजूद तांत्रिक ने पीटना बंद नहीं किया।
अस्पताल पहुंचने से पहले मौत
पिटाई से मंजीता बेहोश हो गई। तांत्रिक ने कहा कि कुछ देर में होश आ जाएगा। जब थोड़ी आंख खुली तो उसे डॉक्टर के पास ले जाने को कहा। जब परिजन मंजीता को लेकर निकले तो रास्ते में उसकी तबीयत और बिगड़ गई। मंजीता को जिला अस्पताल लेकर आए, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। गुरुवार सुबह शव का पोस्टमार्टम किया गया।
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है
पुलिस का कहना है कि महिला की मौत की वजह क्या है, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा। अभी मर्ग कायम कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।