Satta King: नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। PM मोदी के मंत्रिमंडल में मध्यप्रदेश के किन सांसदों को जगह मिलेगी? इसको लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है। तमाम राजनीतिक विश्लेषकों के साथ सट्टा बाजार भी अपने दावे ठोक रहे हैं। राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार ने एमपी को लेकर अब तक की सबसे बड़ी भविष्यवाणी की है। सट्टा बाजार की भविष्यवाणी के मुताबिक, मध्यप्रदेश के 3 से 5 सांसदों को जगह मिल सकती है। इनमें मौजूदा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान शपथ ले सकते हैं।

दलित, आदिवासी वर्ग के इन सांसदों को मिल सकता है मौका 
सट्टा बाजार की नई भविष्यवाणी के मुताबिक, मोदी मंत्रिमंडल में MP से ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। इसके अलावा बाकी नामों पर सस्पेंस बना हुआ है। सट्टा बाजार का दावा है कि फग्गन सिंह कुलस्ते और वीरेंद्र खटीक की जगह दलित, आदिवासी वर्ग के सांसदों को मौका मिल सकता है। आदिवासी वर्ग की महिला सांसदों में शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह, धार सांसद सावित्री ठाकुर और दलित वर्ग के सांसदों में महेंद्र सिंह सोलंकी और संध्या राय में से किसी को मौका मिल सकता है।

पिछली मोदी कैबिनेट में इन्हें मिली थी जगह 
पिछली मोदी कैबिनेट में एमपी से नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, वीरेंद्र कुमार खटीक और प्रहलाद पटेल को जगह मिली थी। नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल ने विधानसभा का चुनाव लड़ा और विधायक बन गए। निर्वतमान 'मोदी सरकार' में एमपी से तीन मंत्री हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया, आदिवासी वर्ग के फग्गन सिंह कुलस्ते, दलित वर्ग के डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक हैं।

वीडी मंत्री नहीं बने तो संगठन में बड़ी जिम्मेदारी 
सट्टा बाजार के मुताबिक, मध्यप्रदेश में संगठनात्मक फेरबदल भी होना है। वीडी शर्मा के अध्यक्षीय कार्यकाल का पांचवां साल शुरू हो गया है। फरवरी 2023 में उनका निर्वाचित कार्यकाल पूरा हो चुका है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल जेपी नड्‌डा के साथ ही खत्म हो रहा है। वीडी को यदि मंत्री नहीं बनाया गया तो उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है।  

ये तीनों नेता सबसे सीनियर 
सट्टा बाजार में केंद्र जाने वाले एमपी के संभावित नेताओं की सीनियरिटी पर भी दांव लगा है। सट्टा बाजार के मुताबिक, सीनियरिटी के हिसाब से  18वीं लोकसभा में अगर जाने का मौका मिला तो शिवराज, फग्गन और खटीक सबसे सीनियर हैं। शिवराज मुख्यमंत्री चुने जाने से पहले 1991 से 2004 तक लगातार पांच बार विदिशा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। शिवराज का यह 6वां कार्यकाल होगा। 

वीरेंद्र 8वीं और फग्गन 7वीं बार बने सांसद 
सीनियरिटी में दलित नेता वीरेंद्र खटीक दूसरे और आदिवासी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते तीसरे स्थान पर होंगे। वीरेंद्र खटीक 8वीं बार और फग्गन 7वीं बार लोकसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए हैं। दोनों का संसदीय कार्यकाल 1996 से ही शुरू हुआ था। उनके बाद सीनियरिटी में सतना सांसद गणेश सिंह होंगे जो पांचवीं बार चुने गए हैं।