Gwalior Crime News: मध्यप्रदेश में पुलिस भी अब गुंडागर्दी पर उतारू हो गई है। ग्वालियर पुलिस ने तो दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी। चोरी के शक में एक ऑटो चालक की बेरहमी से पिटाई कर उसे थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया। ड्राइवर का आरोप है कि क्राइम ब्रांच के टीआई ने उसे पेशाब तक पिलाई। हाथ-पैर बांधकर उल्टा लटकाकर पीटा। पैर तोड़ दिया। मारपीट से चालक के पैर, हाथ और कमर पर गंभीर घाव आए हैं। शुक्रवार रात मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने संदेहियों पर शांतिभंग की धारा 151 में कार्रवाई कर छोड़ दिया। घटना ग्वालियर के पड़ाव थाना क्षेत्र की है। 

जानें पूरा मामला 
जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर के पड़ाव थाना क्षेत्र के बजरिया इलाके में 17 जून को एक चोरी हुई थी। कारोबारी अमन बंसल की कार से 15 लाख के गहने चोरी हुए थे। मामले में पुलिस ने सिर्फ शक के आधार पर 3 ऑटो चालक को हिरासत में लिया। जिसमें सभी की बेरहमी से पिटाई की। मामले में एक ऑटो चालक को गंभीर चोट आई है।

SP ने एएसपी को सौंपी जांच की जिम्मेदारी 
आॉटो ड्राइवर दीपक शिवहरे का कहना है कि पुलिस ने चोरी के शक में पकड़ा और फिर बेरहमी से मारना शुरू कर दिया। पीड़ित ने बताया कि क्राइम ब्रांच के टीआई सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने जमकर पीटा। इसके साथ ही एक गिलास में पेशाब भरकर भी पिलाई। मामला ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने धारा 151 के तहत कार्रवाई कर छोड़ दिया। ऑटो ड्राइवर सोनू शिवहरे उर्फ दीपक और उसके परिजन की शिकायत पर एसपी धर्मवीर सिंह ने एएसपी अखिलेश रेनवाल को जांच सौंपी है।

थाने बुलाकर रातभर पीटा 
जानकारी के मुताबिक, सिकंदर कंपू सांवरिया धाम निवासी ऑटो ड्राइवर दीपक दूसरे का ऑटो चलाता है। पड़ाव थाने के आरक्षक संजीव यादव के बुलाने पर 22 जून को ड्राइवर दीपक पड़ाव थाने पहुंचा। पुलिस ने फोटो दिखाकर सोना चोरी करने को लेकर पूछताछ की। इनकार करने पर हवालात में बंद कर रात डेढ़ बजे तक पीटा, फिर छोड़ दिया। 

तबीयत बिगड़ी तो भर्ती करवा दिया 
24 जून को आरक्षक संजीव यादव ने ऑटो ड्राइवर दीपक को फिर थाने बुलाया। थाटीपुर ले जाकर दीपक को क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया। वहां पड़ाव थाने के टीआई सहित पुलिसकर्मियों ने जमीन पर उल्टा लेटाकर रबड़ के फट्‌टे से पीटा। दीपक का आरोप है कि  क्राइम ब्रांच टीआई ने पेशाब पिलाई। पैर तोड़ दिया। तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल में भर्ती करा दिया।

SP बोले- पेशाब पिलाने के आरोपों की जांच कराई रही है
दीपक का कहना है कि जब चोरी का कोई सबूत नहीं मिला तो शांति भंग करने का केस लगाकर मुंह बंद रखने का कहकर छोड़ दिया। दीपक ने बताया कि उसके साथ ऑटो चालक निखिल, आकाश खटीक सहित दो अन्य लोगों को भी पकड़ा था। उनके साथ भी पुलिस ने मारपीट की। इधर SP का कहना है कि सराफा कारोबारी के गहने चोरी में इस ऑटो चालक के खिलाफ कुछ सुराग मिले हैं। लेकिन, अभी कुछ साबित नहीं हो पाया है। थाने में उससे बेरहमी से मारपीट और पेशाब पिलाने के आरोपों की जांच कराई जा रही है।