MP News: सीहोर जिले के बुधनी में एक बाघ की मौत हो गई, जबकि दो छोटे शावक हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी। डीएफओ एमएस डाबर के मुताबिक ट्रेन की चपेट में आने से बाघ की मौत हुई है। उपचार के लिए भोपाल से वन विभाग ने एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम को बुलाई है।
दरअसल, बुधनी के मिडघाट के पास सोमवार को ट्रेन से टकराकर एक टाइगर की मौत हो गई, जबकि, दो टाइगर घायल हैं। सूचना पाकर वन विभाग की टीम, डॉक्टर, रेस्क्यू और रेंजर आनन-फानन में मौके पर पहुंचे। मृत बाघ को वन विभाग की टीम ने टाइगर का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है जबकि, घायल टाइगर का डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा है।
प्रदेश में 6 महीने के अंदर 23 बाघों की मौत
यह टाइगर क्षेत्र रातापानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अंतर्गत आता है। बता दें इससे पहले भी यहां जंगली जानवर ट्रेन हादसे का शिकार हो चुके हैं। हालांकि कुछ समय पहले वन्य जीवों की मौत न हो इसके लिए केंद्र सरकार ने ट्रेन के ट्रैक किनारे फेंसिंग लगाने का फैसला किया था। लेकिन, अभी तक कोई अमल नहीं किया गया है। बता दें, मध्य प्रदेश में पिछले 6 महीनों के अंदर 23 बाघों की मौत हो चुकी है। जिसमें बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा 12 बाघों की मौत हो चुकी है। जो काफी चिंताजनक है।