भोपाल। रामलीला में रावण का किरदार निभाया। मंच से उतरने के बाद कपड़े बदलते समय अचानक 42 साल के शख्स को सीने में दर्द उठा। सीने को दबाकर जमीन पर बैठ गया। दर्द बढ़ता गया तो शख्स ने साथी कलाकारों को आवाज लगाई। आवाज सुनकर साथी कलाकर उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मामला टीकमगढ़ के दिगौड़ा थाना क्षेत्र का है।
अंतिम दिन रावण वध का हुआ था मंचन
चैनपुरा बछोड़ा गांव के मड़िया बाबा मंदिर में 2 से 10 फरवरी तक महायज्ञ, भागवत कथा, संत सम्मेलन और रामलीला का आयोजन किया था। 10 फरवरी की रात 2 बजे रामलीला के अंतिम दिन रावण वध का मंचन हुआ। रात दो बजे रावण का किरदार निभाने वाले भोला सिंह ड्रेसिंग रूम में चले गए। कपड़े उतारने के दौरान भोले को सीने में दर्द होने लगा। साथी कलाकारों निजी वाहन से भोला को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बता दें कि भोला सिंह खिसनी गांव के रहने वाले थे। 11 फरवरी को उनका अंतिम संस्कार किया।
आयोजन समिति के सदस्यों ने एक दिन बाद दी जानकारी
रामलीला के आखिरी दिन रावण का किरदार निभा रहे भोला सिंह की मौत शनिवार रात को हुई थी। आयोजन समिति के सदस्यों ने खुलासा अब किया है। समिति के सदस्यों का कहना है कि 10 फरवरी को धार्मिक अनुष्ठान का समापन था। 11 को भंडारा रखा था। माहौल खराब न हो इसलिए भोले राजा की मौत की जानकारी नहीं दी गई। समिति ने लोगों से कहा कि अस्पताल में भेले का इलाज चल रहा है। रविवार रात भंडारा हो जाने के बाद लोगों को भोले की मौत होने की जानकारी दी गई।
चिंताजनक: चलते-फिरते लोगों की अचानक थम रहीं सांसें
केस-1: दो दिन पहले जज की बैडमिंटन खेलते समय हुई थी मौत
दो दिन पहले टीकमगढ़ में अपर सत्र न्यायाधीश की बैडमिंटन खेलते समय मौत हो गई थी। खेलते-खेलते जज के सीने में दर्द उठा और वे सीने को दबाकर नीचे बैठ गए। परिजन और अन्य लोग अपर सत्र न्यायाधीश एच सी पटेल को अस्पताल लेकर जा ही रहे थे कि रास्ते में उनकी मौत हो गई थी। अपर सत्र न्यायाधीश एच सी पटेल जतारा में डेढ़ साल से पदस्थ थे।
केस-2: समोसा खाते समय अचानक हो गई मौत
तीन फरवरी को बैतूल के एक होटल में नाश्ता करते समय हाईवे का निर्माण कार्य कर रही कंपनी के कर्मचारी जसवंत बाबूलाल की मौत हो गई थी। समोसा खाते-खाते अचानक जमीन पर मुंह के बल गिरा और फिर उठ नहीं पाया था।। पुलिस उस शख्स को अस्पताल लेकर गई, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
केस-3: स्कूल बस ड्राइवर की भी हुई थी हार्ट अटैक से मौत
इंदौर में कुछ दिन पहले हार्ट अटैक से मौत के दो हैरान करने वाले मामले सामने आए थे। बच्चों को लेकर स्कूल जा रहे बस के ड्राइवर को अचानक सीने में दर्द उठा और कुछ देर बाद निधन हो गया था। सीने में दर्द उठने के बाद ड्राइवर ने बस रोकी और सीट पर टिक गया। बच्चे कुछ समझ पाते उससे पहले ही उसकी सांसें थम गईं थीं।
केस-4: कोचिंग में पढ़ाई करते समय छात्र की मौत
इंदौर में कोचिंग क्लास के दौरान 18 साल के छात्र को सीने में दर्द उठा और सिर के बल बेंच पर गिर गया था। दोस्त अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। छात्र PSC की तैयारी कर रहा था।
केस-5: भोपाल में स्कूल वैन के चालक की भी थम गई थीं सांसें
भोपाल में एक सप्ताह पहले स्कूल वैन चालक का इसी तरह निधन हो गया था। वह स्कूल से बच्चों को घर पहुंचाने जा रहा था, तभी अचानक सिर में दर्द शुरू हो गया। दर्द के चलते वैन चालक ने बच्चों को दूसरे वाहन में शिफ्ट कराया और सड़क किनारे वाहन खड़ा कर आराम करने लगे, तभी सांसें थम गई थीं।
केस-6: खरगोन और टीकमगढ़ में किक्रेट खेलते समय हुई थी मौत
खरगोन में क्रिकेट के मैदान में चौके छक्के लगाते समय 22 साल के खिलाड़ी की मौत हो गई थी। खिलाड़ी इंदर सिंह जाधव (22) ने पहले जमकर बल्लेबाजी की। चौके-छक्के लगाकर सबसे ज्यादा रन बटोरे। गेंदबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर ही रहे थे कि अचानक भगवान ने सांसें छीन लीं। हार्ट अटैक के बाद साथी खिलाड़ी उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। टीकमगढ़ में क्रिकेट मैच खेलते समय सेना के जवान की हार्ट अटैक से मौत हुई थी।