Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत तीर्थयात्रियों की पहली ट्रेन शनिवार, 14 सितंबर को महाकाल की नगरी उज्जैन से काशी विश्वनाथ के लिए रवाना हुई। इसमें करीब 800 यात्री सवार थे। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हरी झंडी दिखाकर इस ट्रेन को रवाना किया।
सीएम मोहन यादव ने तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, जीवन के अनेक वसंत पार कर चुके वरिष्ठजनों के हरिदर्शन की आस और तीर्थयात्रा की इच्छा को हमारी सरकार पूरा कर रही है। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में एक ओर जहां वरिष्ठजनों को हवाई यात्रा की सुविधा मिल रही है। वहीं राज्य के तीर्थस्थलों को पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा से जोड़कर श्रद्धालुओं को नई सौगात दी है। काशी विश्वनाथ धाम जाने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत 14 सितम्बर 2024 से 26 फरवरी 2025 तक अलग अलग ट्रेनें वाराणसी, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन, रामेश्वरम, अमृतसर, द्वारका, जगन्नाथपुरी, कामाख्या, शिर्डी और नागपुर जैसे धार्मिक स्थलों के लिए रवाना होंगी।
तीर्थ यात्रा के लिए 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके मध्य प्रदेश के ऐसे लोग पात्र होंगे, जो आयकरदाता न हों। महिला तीर्थ-यात्रियों को 2 साल की छूट दी गई है।
यह है ट्रेनों का शेड्यूल
- 14 सितंबर: पहली ट्रेन उज्जैन से वाराणसी (काशी) और अयोध्या के लिए रवाना हुई। इसमें उज्जैन से 300, सीहोर से 200 और विदिशा से 279 श्रद्धालु सवार हुए। ट्रेन 19 सितंबर को लौटेगी।
- 21 सितंबर: यह ट्रेन इंदौर से रामेश्वरम जाएगी और 26 को लौटेगी। इंदौर से 300, उज्जैन से 200 और सीहोर से 279 यात्री सवार होंगे।
- 19 सितंबर: मेघनगर से मथुरा-वृंदावन के लिए ट्रेन रवाना होगी और 2 अक्टूबर को वापस लौटेगी। इसमें झाबुआ से 200, रतलाम से 279 और उज्जैन से 300 दर्शनार्थी सवार होंगे।
- 13 अक्टूबर: यह ट्रेन उज्जैन से कामाख्या जाएगी और 18 को लौटेगी। उज्जैन से 300, शाजापुर से 200 और सीहोर से 279 यात्री तीर्थयात्रा करेंगे।
- 21 अक्टूबर: 5वीं ट्रेन इंदौर से अमृतसर रवाना होगी और 24 को लौटेगी। इंदौर से 200, धार से 100, उज्जैन से 200 और शिवपुरी से 279 यात्री जाएंगे।
- 5 नवंबर: यह ट्रेन विदिशा से वाराणसी (काशी) और अयोध्या जाएगी और 10 नवंबर को लौटेगी। विदिशा से 300, सागर से 279 और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे।
- 13 नवंबर: यह ट्रेन भोपाल से रामेश्वरम जाएगी। भोपाल से 300, सीहोर से 200 और नर्मदापुरम से 279 यात्री शामिल होंगे। यह ट्रेन 18 को वापस लौटेगी।
- 21 नवंबर: यह ट्रेन रीवा से द्वारका जाएगी। रीवा से 279, सतना से 300 और दमोह से 200 यात्री जाएंगे और 26 नवंबर को लौटेंगे।
- 29 नवंबर: नौवीं ट्रेन दमोह से वाराणसी (काशी) और अयोध्या जाएगी। दमोह से 279, मैहर से 200 और सतना से 300 यात्री जाएंगे और 4 दिसंबर को लौटेगी।
- 7 दिसंबर: यह ट्रेन कटनी से द्वारका जाएगीद। कटनी से 200, दमोह से 279 और सागर से 300 यात्री जाएंगे और 12 दिसंबर को लौटेंगे।
- 15 दिसंबर: सतना से रामेश्वरम के लिए जाने वाली इस ट्रेन में सतना से 279, कटनी से 200 और जबलपुर से 300 यात्री सवार होंगे। यह ट्रेन 30 दिसंबर को वापस लौटेगी।
- 23 दिसंबर: यह ट्रेन खंडवा से जगन्नाथपुरी जाएगी। इसमें खंडवा से 279, नरसिंहपुर से 200 और जबलपुर से 300 यात्री जाएंगे और 28 दिसंबर को लौटेंगे।
- 31 दिसंबर: बैतूल से कामाख्या जाने वाली इस ट्रेन में बैतूल से 279, विदिशा से 300 और दमोह से 200 यात्री सवार होंगे। ट्रेन 5 जनवरी को वापस लौटेगी।
- 8 जनवरी: यह ट्रेन सिवनी से वाराणसी (काशी) और अयोध्या जाएगी। इसमें सिवनी से 279, छिंदवाड़ा से 300 और बैतूल से 200 यात्री जाएंगे और 13 जनवरी को लौटेंगे।
- 16 जनवरी: यह ट्रेन छिंदवाड़ा से रामेश्वरम जाएगी। छिंदवाड़ा से 200, सिवनी से 200 और पंढुरना से 179 यात्री जाएंगे और 21 जनवरी को लौटेंगे।
- 24 जनवरी: अनूपपुर से वाराणसी (काशी) और अयोध्या जाने वाली इस ट्रेन में अनूपपुर से 279, शहडोल से 300 और उमरिया से 200 यात्री जाएंगे। ट्रेन 29 जनवरी को लौटेगी।
- 1 फरवरी: यह ट्रेन उमरिया से शिर्डी रवाना होगी। उमरिया से 279, कटनी से 200 और जबलपुर से 300 यात्री जाएंगे और 4 फरवरी को लौटेंगे।
- 7 फरवरी: 18वीं ट्रेन मुरैना से रामेश्वरम जाएगी। मुरैना से 279, ग्वालियर से 300 और दतिया से 200 यात्री सवार होंगे। ट्रेन 12 फरवरी को लौटेंगे।
- 15 फरवरी: यह ट्रेन छतरपुर से द्वारका जाएगी। छतरपुर से 279, टीकमगढ़ से 200 और उज्जैन से 300 यात्री सवार होंगे और 20 फरवरी को लौटेंगे।
- 23 फरवरी: अंतिम ट्रेन भिंड से नागपुर रवाना होगी। भिंड से 279, ग्वालियर से 300 और दतिया से 200 यात्री जाएंगे और 26 फरवरी को लौटेंगे।