Ujjain Dog News: कुत्ते और मालिक के अटूट प्रेमी की कहानी पढ़कर जैकी श्रॉफ की 'तेरी मेहरबानियां' मूवी की यादें ताजा हो जाएंगी। फर्क सिर्फ इतना है कि तेरी मेहरबानियां में मालिक की मौत के बाद कुत्ता दुश्मनों से बदला लेता है। उज्जैन की इस रियल घटना में कुत्ता आखिरी सांस तक मालिका का साथ निभाता है। पालतू कुत्ते की स्वामी भक्ति और प्यार देखकर आपका दिल भी भर जाएगा। पढ़ें बेजुबान और इंसान की दिल छू लेने वाली कहानी...।
मवेशी चराने निकले और नदी में बह गए
उज्जैन के सूरजाखेड़ी निवासी बगदीराम खारोल (56) बुधवार को मवेशी चराने निकले थे। बगदीराम अचानक गंभीर नदी के पास गए और तेज बहाव में बह गए। घटना के 24 घंटे बाद भी बगदीराम का पता नहीं चला। सूचना पर पुलिस ने गोताखोर के साथ मिलकर नदी में काफी तलाश की लेकिन बगदीराम का कोई पता नहीं चला।
कुत्ते ने ऐसे की मदद
नदी में मालिक के डूब जाने के बाद उनका पालतू कुत्ता बुधवार से ही नदी के एक हिस्से में टकटकी लगाकर बैठा था। पुलिस और गोताखोर बगदीराम की तलाश में जुटे थे, लेकिन कुत्ते पर उनका ध्यान नहीं गया। गुरुवार को जब गोताखोर भी तलाश न सके तब उनकी नजर कुत्ते पर पड़ी। पुलिस की टीम कुत्ते के पास पहुंची। कुत्ते ने नदी के एक खास हिस्से में कूदकर मालिक के शव को खोजने में मदद की। कुत्ते ने भौंकने के बाद उस जगह दो बार छलांग लगाई। फिर उसी स्थान पर गोताखोर उतरे और शव को बाहर निकाला।
ओरछा में कुत्ते ने बचाई मालिक की जान
मध्य प्रदेश के ओरछा में 6 सितंबर की रात एक पालतू कुत्ते ने अपने मालिक को करीब 2 घंटे तक नदी में डूबने से बचाए रखा। नशे में धुत एक युवक आत्महत्या की कोशिश में बेतवा नदी में कूद गया। कुत्ते ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए मालिक को तैरते हुए पकड़े रखा, जिससे वह डूबने से बच गया।यह घटना ओरछा के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कंचना घाट की है। रात करीब 11:30 बजे युवक ने पहले अपने कुत्ते को नदी में फेंका और फिर खुद कूद गया। जब नशा उतरने लगा, तो युवक ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया। कुत्ता लगातार तैरता रहा और युवक को डूबने से बचाने के लिए उसने उसका सहारा बना रहा। इस दौरान घाट के चौकीदार ने आवाज़ सुनकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस और बोट क्लब की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला।
प्रयागराज: मालिक के लिए दे दी जान
यूपी के प्रयागराज में भी कुछ दिन पहले कुत्ते की वफादारी का मामला सामने आया था। संग्रामगढ़ लकपेड़ा बाजार निवासी दिवाकर तिवारी उर्फ डब्लू का 12 वर्षीय पुत्र आदित्य तिवारी घर के बाहर चारपाई पर सो रहा था। अचानक चारपाई के पास जहरीला सांप आ गया और चढ़ने लगा। दिवाकर तिवारी का पालतू कुत्ता शेरू चारपाई के बलग में ही बैठा था। जैसे ही शेरू की नजर सांप पर पड़ी, उसने तुरंत झपट्टा मारा और सांप को दूर ले जाकर फेंक दिया। सांप शेरू को कई बार डस चुका था। सांप के जहर से शेरू की मौके पर ही मौत हो गई थी।