भोपाल। उज्जैन से बड़ी खबर सामने आ रही है। आमडीकटन गांव के शासकीय प्राथमिक शाला के 24 से ज्यादा बच्चे मिड-डे मील खाने के बाद बीमार हो गए। उल्टी, घबराहट और गले में जलन होने पर बच्चों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। महिदपुर स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों का इलाज चल रहा है। बता दें कि बच्चों को खाने में कढ़ी-चावल दिया था।
शिक्षक और गांव वालों ने बच्चों को पहुंचाया अस्पताल
जानकारी के मुताबिक, आमडीकटन प्राथमिक शाला में कढ़ी-चावल खाने के कुछ देर बाद अचानक एक के बाद एक बच्चों को पेट दर्द के साथ घबराहट होने गली। गले में जलन होने लगी। 24 बच्चों की अचानक तबीयत खराब होने से अफरा-तफरी मच गई। शिक्षक और अन्य लोग तुरंत बच्चों को अस्पताल लेकर पहुंचे। फ़ूड पॉइजनिंग की शिकायत पर डाक्टरों ने बच्चों का इलाज शुरू किया।
ग्रामीण बोले-शिक्षक के घर पर बना था मध्याह्न भोजन
बच्चों के बीमार होने की खबर सुनते ही परिजन और गांव वाले अस्पताल पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल के शिक्षक जुवान सिंह गरसिया के घर में खाना बना था। शिक्षक की पत्नी मध्याह्न भोजन बनाने का काम करती है। बच्चों के बीमार होने के बाद से शिक्षक जुवान सिंह फरार है। ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों को अच्छा मध्याह्न भोजन नहीं दिया जाता। 2 साल से शिकायत कर रहे हैं। इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं देर है।
बच्चे बोले-खाना में बदबू आ रही थी
अस्पताल में भर्ती बच्चों ने बताया कि खाने में बदबू आ रही थी। हमने शिक्षक से कहा भी खाने में बदबू आ रही है लेकिन शिक्षकों ने अनसुना कर दिया। इसके बाद हम लोगों ने मध्याह्न भोजन खाया। खाना खाने के कुछ देर बाद अचानक घबराहट होने लगी। पेट दर्द और उल्टी होने लगी। कई बच्चे तो चक्कर आने के बाद जमीन पर बैठ गए। इतने सारे बच्चों की तबीयत खराब होने से अफरा-तफरी मच गई।