आशीष नामदेव, भोपाल: स्कूल की पढ़ाई के दौरान कई लोगों के बीच प्रेम होता है जो पहले दोस्ती भी तबदील होता है फिर एक अच्छे जीवनसाथी बन जाते है। ऐसे ही अनोखी प्रेम कहानी लोगों को देखने को मिली। जो बचपन के प्रेम को दोबारा मिलन रेलवे स्टेशन पर वापस मिलवाती है। मौका था एंकरिंग सोशियो कल्चर सोसायटी भोपाल द्वारा शहीद भवन में शुक्रवार को नाटक मिलन जंक्शन के मंचन का। एक घंटे दस मिनट के इस नाटक में दो कलाकारों ने अभिनय किया। नाटक एक प्रेम कहानी पर आधारित था। इसका लेखन नितिन रोहर ने किया और सृष्टि का रोल मोनिका राठौर व रोहित का रोल प्रयाग साहू ने अदा किया। साथ ही प्रयाग साहू ने इसका निर्देशन भी किया। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर वरिष्ठ समीक्षक एवं पत्रकार गिरिजा शंकर, बैले कोरियाग्रफार चंद्र माधव बारिक उपस्थित रहे। 

सृष्टि को नहीं पता होता है कि जिस से मिलने जा रही है वो ही उसके बचपन का प्यार है 
सृष्टि और रोहित बचपन में साथ पढ़ाई किया करते थे, स्कूल की पढ़ाई के दौरान उन्हें आपास में प्रेम था, लेकिन स्कूल की पढ़ाई ख़त्म होते दोनों एक दूसरे से दूर हो जाते हैं और यही रिश्ता एक दिन सृष्टि के पिता लेकर उसके पास आते है, लेकिन सृष्टि उसकी तस्वीर देखे बिना ही रिश्ते के लिए मना कर देते है और उससे बिना मिले ही वापस आने लगती है तब सृष्टि के पिता रोहित से कहते है तुम एक बार मिलके देखो, लेकिन दोनों अचानक से मिलन जंक्शन रेलवे स्टेशन पर मिलते है और आपास में बातचीत करते है, जिसके बाद उन्हें पता चलता है कि दोनों बचपन के प्रेमी है जो वापस मिले है। बाद में सृष्टि के पिता जब रोहित के फोन से सृष्टि को कॉल करते है तब सृष्टि को पता चलता है कि ये वही रिश्ता है जिसके लिए मैं इंतज़ार कर रही थी और उसी के लिए बिना देखे मना कर दिया। जिसके बाद दोनों की बचपन की प्रेम कहानी पूरी हो जाती है।  

रेलवे स्टेशन की तरह तैयार होता मंच 
मंच को रेलवे स्टेशन की तरह तैयार किया जाता है। जिसका नाम मिलन जंक्शन रखा गया है। साथ ही स्टेशन पर कुछ काम प्रगति पर है ऐसा भी दिखा जाता है। जिस तरह रेलवे स्टेशनों पर काम चलता रहता है। इस मंच को अंशुल और नितिन ने तैयार किया था।