MP Disease Outbreak: छिंदवाड़ा जिले के तेंदनी गांव में 30 अधिक लोगों के बीमार पड़ने से हड़कंप मच गया। अमरवाड़ा से स्वास्थ्य अमला गांव पहुंचा और कैम्प लगाकर हर मरीज की जांच कर रहा है। यहां रहने वाला हर परिवार बीमारी की चपेट में है। इसी तरह सागर जिले के मेहर गांव में भी दो सौ से ज्यादा लोग उल्टी दस्त की चपेट में हैं। यहां एक मौत भी हो चुकी है।
तेदनी गांव छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में आता है। यहां 15 से 20 परिवार ही हैं, औसतन हर परिवार गंभीर बीमारी की चपेट में है। उनके हाथ पैर में जकड़न और बुखार है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मलेरिया टेस्ट कराया, लेकिन निगेटिव है।
डॉ भरत उसरेठ ने बताया, गांव में बीमारी की सूचना मिलते ही मेडिकल टीम के साथ गांव पहुंचे। लोगों को यहां फीवर व जॉइंट में तकलीफ है। प्राथमिक उपचार शुरू कर, जरूरी जांचें कराई जा रही हैं।
सागर के मेहर गांव में हर घर मरीज
सागर से 30 किमी दूर स्थित नरयावाली के मेहर गांव में डायरिया का प्रकोप है। हर घर में यहां उल्टी-दस्त के मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में डेरा जमाए हुए है, लेकिन मासूम की मौत के बाद से लोग दशहत में हैं। गांव के हर सदस्या का स्वास्थ्य परीक्ष कर जरूरी दवाएं दी जा रही हैं। साथ ही गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। बीमारी वजह स्पष्ट तौर पर सामने नहीं आई, लेकिन स्थानीय लोग दूषित पानी को बीमारी का प्रमुख कारण मान रहे हैं।
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इंदौर के अनाथ आश्रम में बच्चों की मौत से मंत्री अनजान
इंदौर के पंचकुइयां स्थित युग पुरुष धाम आश्रम में छह बच्चों की मौत से पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा रहा, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला अनजान रहे। शनिवार को पौधरोपण कार्यक्रम में हिस्सा लेने इंदौर पहुंचे मंत्री से मीडिया ने सवाल किया तो मुझे घटना की जानकारी नहीं है। पता कराता हूं। आश्रम में दूषित पानी पीने से 50 से ज्यादा बच्चे बीमार हो गए। 48 को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन छह की मौत हो गई। दो मौतें आश्रम में ही हो चुकी थीं। आश्रम संचालक की लापरवाही सामने आने पर कलेक्टर ने एफआईआर के निर्देश दिए हैं।
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