Bhopal AIIMS News: भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने 40 वर्षीय महिला की आहार नली का जटिल ऑपरेशन सफलता मिली है। एक साल पहले महिला को सीने में जलन और पेट के ऊपरी हिस्से में तकलीफ हो रही थी। ओन्कोलॉजी ओपीडी में जांच होने के बाद आहार नली का कैंसर होने की पुष्टि हुई। महिला का इलाज शुरू हुआ। कीमोथैरेपी और रेडिएशन के कई चरण पूरे हुए। इसके बाद सर्जरी की प्लानिंग बनाई। लेकिन, व्यक्तिगत कारणों से महिला ने सर्जरी नहीं कराई। इस दौरान कीमोथैरेपी जारी रखी। अप्रैल 2024 में महिला फिर से सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ओपीडी आई। इस बार वह सर्जरी कराने को तैयार हो गई।
छुट्टी से पहले होने लगा रिसाव
सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉ. नीलेश श्रीवास्तव ने कंप्लीट एसोफैजेक्टॉमी के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। मुश्किल वायुमार्ग के कारण सर्जरी चुनौतीपूर्ण थी। लिहाजा एक बार ऑपरेशन कैंसिल करना पड़ा। इसके बाद एनेस्थीसिया डॉ. पूजा सिंह ने मरीज को ब्रोन्कियल ब्लॉकर से इंट्यूबेट किया। इसके बाद सर्जिकल ऑन्कोलॉजी टीम ने महिला की सर्जरी की। सर्जरी के बाद मरीज की हालत में सुधार होने लगा। 13वें दिन छुट्टी दी जानी थी, लेकिन महिला को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। तभी इमरजेंसी जांच की गई, जिसमें पाया गया कि गर्दन के पास अन्नप्रणाली के जुड़ने वाले स्थान से रिसाव हो रहा है। इसके बाद डॉक्टरों ने गर्दन के बाहर से ऊपरी अन्नप्रणाली का सिरा निकाला गया।
महिला ने दिखाई मजबूत इच्छाशक्ति
एनेस्थीसिया विभाग की टीम ने केस में अच्छा काम किया। मरीज को पांच दिनों तक आईसीयू में रखा। हालांकि महिला मरीज ने भी मजबूत इच्छा शक्ति का परिचय दिया। दो सर्जरी होने के बाद भी मरीज बीमारी से लड़ती रही। आखिरकार 7 दिनों के बाद महिला को सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। फिलहाल मरीज स्थिर है और उसे छुट्टी दे दी गई है। इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक डॉ. अजय सिंह ने पूरी टीम को शुभकामनाएं दी हैं।
डॉ. बी.एल. सोनी अंतर्राष्ट्रीय फैलोशिप से सम्मानित
ट्रॉमा और इमरजेंसी विभाग में मैक्सिलोफेशियल सर्जरी के सहायक प्रोफेसर डॉ. बी.एल. सोनी को 'द रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन एंड सर्जन्स ऑफ ग्लासगो द्वारा प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय फैलोशिप, एफडीएस आरसीपीएस (ग्लासगो, यूनाइटेड किंगडम) से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पिछले एक दशक में ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया।
डॉ. सोनी पिछले दो वर्षों से एम्स भोपाल में ट्रॉमा और आपातकालीन चिकित्सा विभाग में संकाय सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में डॉ. सोनी मैक्सिलोफेशियल आपातकालीन मामलों के साथ-साथ सामान्य आपातकालीन और आघात रोगियों का प्रबंधन करते हैं। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक और सीईओ प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह ने डॉ. सोनी को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी और भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियों के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया।