भोपाल। जबलपुर में एक युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्मघाती कदम उठाने से पहले युवक ने बाएं हाथ की नस काटी और दीवार पर खून से लिखा मां-भाई माफ कर 885 रुपए खर्च हो गए। इसके बाद फंदे से लटक कर युवक ने जान दे दी। घटना गोराबाजार के कजरवारा की है। युवक ने आत्महत्या क्यों की? पुलिस कारण तलाश रही है। गोराबाजार पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

पूरा मामला: काम पर चले गए परिजन, इधर युवक ने कर ली आत्महत्या
पुलिस ने बताया कि कजरवारा बड़ी माई मोहल्ला निवासी रमेश चौधरी का परिवार मजदूरी करता है। उनका बेटा आकाश चौधरी (21) भी प्राइवेट काम करता था। आकाश ने गुरुवार को मां से कुछ रुपए लिए और भाई का मोबाइल लेकर कहीं चला गया। पूरी रात घर नहीं लौटा। शुक्रवार को रमेश, उसकी पत्नी और दूसरा बेटा काम पर चले गए। आकाश घर पहुंचा। अंदर से दरवाजा बंद कर बाएं हाथ की नस काटकर एक कटोरी में खून भरा। इसके बाद दीवार पर टंगे एक चित्र पर खून से तिलक लगाया और लिखा- मां-भाई माफ कर देना, 885 रुपए खर्च हो गए। इसके बाद फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली।

दरवाजा तोड़कर आकाश को फंदे से उतारा
घटना के कुछ देर बाद रमेश और परिजन घर लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार खटखटाने पर दरवाजा नहीं खुला तो रमेश ने डायल 100 पर सूचना दी। पुलिस अधिकारी और जवान की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया तो आकाश फंदे पर लटका मिला। दीवार पर लिखे नोट ने भी सभी को हैरानी में डाल दिया। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को फंदे से उतार कर मेडिकल अस्पताल की मर्चुरी में रखवाया। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंपा।