Akshay Shinde Badlapur Encounter: बदलापुर में सोमवार (23 सितंबर) की शाम को हुई पुलिस एनकाउंटर में सफाईकर्मी अक्षय शिंदे की मौत ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। इस एनकाउंटर पर विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। जहां एक ओर विपक्षी पार्टियों ने इसे एक जबरन एनकाउंटर बताते हुए एकनाथ शिंदे सरकार पर हमला किया है, वहीं स्थानीय लोग इस पुलिस कार्रवाई को न्यायपूर्ण मानते हुए खुश हैं।
पुलिस की कार्रवाई पर समर्थन
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने इस पुलिस एनकाउंटर का समर्थन किया है। उन्होंने इसे एक आवश्यक कदम बताया है, जिससे न्याय सुनिश्चित किया जा सके।
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विरोध और हिंसा का माहौलबता दें कि अक्षय शिंदे पर नर्सरी कक्षा की दो छात्रों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप था। जब यह मामला सामने आया, तो अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस ने आरोपी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बदलापुर रेलवे स्टेशन पर बड़े पैमाने पर हिंसा हुई और राजनीतिक बैनरों के साथ विरोध प्रदर्शन हुए। इसके बाद अक्षय शिंदे को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, विपक्षी दलों ने अक्षय शिंदे के लिए कड़ी सजा की मांग की गई। लेकिन, सोमवार को पुलिस द्वारा उसे बदलापुर जांच के लिए ले जाते समय गोली मार दी गई, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। तब विपक्षी इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए शिंदे सरकार को घेर रहे हैं।
राजनीतिकरण के आरोप
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि एनकाउंटर के बाद प्रशासनिक विफलताओं को छिपाने के लिए इस मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है। हालांकि, स्थानीय लोगों का मानना है कि पुलिस की कार्रवाई आवश्यक थी और इसे न्याय की दृष्टि से देखा जाना चाहिए। अक्षय शिंदे के एनकाउंटर के बाद, कई स्थानों पर पटाखे फोड़ने और मिठाई बांटने का जश्न मनाया गया।