Devendra Fadnavis Oath ceremony: महाराष्ट्र की राजनीति के लिए आज, गुरुवार (5 दिसंबर) का दिन बेहद खास है। मुंबई के आजाद मैदान में शाम 5:30 बजे देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। पहले ये कहा जा रहा था कि एकनाथ शिंदे नाराज है, क्योंकि इन्विटेशन कार्ड पर उनका नाम नहीं है। हालांकि, दोपहर बाद शिंंदे गुट के नेताओं ने साफ तौर पर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है और शिंदे डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। एनसीपी नेता अजित पवार ने भी उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

 पीएम मोदी से मिले फडणवीस:

राज्यपाल से मिले फडणवीस:

एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली
एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इस मौके पर शिंदे ने अपने राजनीतिक गुरु और शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे को याद किया। डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद एकनाथ शिंदे ने मंच पर मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाया।

अजित पवार छठी बार बने डिप्टी सीएम
अजित पवार ने छठी बार डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। अजित पवार ने बुधवार की शाम ही साफ कर दिया था कि वह उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। अजित ने बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल पूछे जाने पर पूरे कॉन्फिडेंस के साथ कहा था कि मैं तो कल शपथ लेने वाला हूं और एकनाथ शिंदे लेंगे या नहीं यह भी जल्द साफ हो जाएगा।

पीएम मोदी और शाह आजाद मैदान पहुंचे
शिंदे, फडणवीस के बाद महाराष्ट्र में ऐसे दूसरे नेता होंगे, जो मुख्यमंत्री से डिप्टी सीएम का सफर तय करेंगे। शपथ ग्रहण समाराेह में शामिल होने के लिए कई दिग्गज पहुंच गए हैं। पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान,उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, बिहार के सीएम नितीश कुमार, फिल्म अभिनेता शाहरुख खान, सलमान खान समेत फिल्मी दुनिया के कई सितारे शपथ ग्रहण समारोह में पहुंच गए हैं। 

मुकेश अंबानी और अनंत अंबानी समेत उद्योग जगत की कई जानी मानी हस्तियां इस शपथ ग्रहण समारोह में पहुंच गए हैं। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान,  भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारण, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई केंद्रीय नेता शपथ ग्रहण समारोह में पहुंच गए हैं।

महायुति को मिला ऐतिहासिक बहुमत  
महाराष्ट्र विधानसभा के 23 नवंबर को आए नतीजों में महायुति गठबंधन (भाजपा-शिवसेना शिंदे-एनसीपी पवार) को 230 सीटों का प्रचंड बहुमत मिला। भाजपा ने 132, शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके बाद फडणवीस, शिंदे और अजित पवार ने बुधवार (4 दिसंबर) को मिलकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से सरकार बनाने का दावा पेश किया।  मुख्यमंत्री बनने से पहले देवेंद्र फडणवीस गुरुवार को मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर पूजा की।

मंत्रालयों को लेकर खींचतान  
शपथ ग्रहण से पहले मंत्रालयों के बंटवारे पर गहमागहमी रही। भाजपा गृह, राजस्व और उच्च शिक्षा जैसे प्रमुख विभाग अपने पास रखना चाहती है। वहीं शिवसेना को शहरी विकास और सार्वजनिक कार्य मंत्रालय का ऑफर दिया गया है। एनसीपी को वित्त और कृषि मंत्रालय दिए जाने की संभावना है। हालांकि शिंदे गुट गृह मंत्रालय पर अड़ा हुआ है।  

आजाद मैदान के पास लगे फडणवीस के पोस्टर
समारोह से पहले मुंबई के आजाद मैदान के आसपास देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर लगे हैं। फडणवीस समर्थकों ने इन पोस्टरों के जरिए अपने नेता को बधाई दी है। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे। खास बात यह है कि बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा देशभर से 400 साधु-संतों को भी न्योता दिया गया है, जो इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे।  

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एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान  
एकनाथ शिंदे ने कहा कि महायुति को इतना बड़ा बहुमत पहले कभी नहीं मिला था। यह ऐतिहासिक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता महाराष्ट्र के विकास की है, न कि पद की। शिंदे ने कहा, "मुझे क्या मिला, ये मायने नहीं रखता। महाराष्ट्र को क्या मिला, यही अहम है। साथ ही कहा कि मुझे सीएम पद की लालसा नहीं है। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह जो भी फैसला लेंगे, मुझे मंजूर होगा।

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अजित पवार ने दिल्ली दौर पर क्या कहा
अजित पवार ने कहा कि वे व्यक्तिगत काम से दिल्ली गए थे और वहां किसी भी राजनीतिक बैठक का हिस्सा नहीं बने। उन्होंने कहा कि नई सरकार का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र के विकास को प्राथमिकता देना होगा। पवार ने कहा, "हम महायुति की सरकार बनाने जा रहे हैं। यह बहुमत महाराष्ट्र को विकास की ओर ले जाएगा।"