न्याय यात्रा से पहले राहुल गांधी को बड़ा झटका: मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस का छोड़ा साथ, शिवसेना का थामा हाथ

Milind Deora resigns from Congress: कांग्रेस में राहुल गांधी के करीबी रहे मिलिंद देवड़ा पार्टी में कई अहम पदों पर रहे। कांग्रेस से उनके परिवार का रिश्ता करीब 55 साल पुराना था।;

Update: 2024-01-14 03:47 GMT
Rahul Gandhi Milind dewra
मिलिंद देवड़ा मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष समेत संगठन में कई अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। 2012 में कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाए गए।
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Milind Deora resigns from Congress: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की न्याय यात्रा शुरू होने से पहले उनके करीबी मिलिंद देवड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने रविवार सुबह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ने की जानकारी अपने X (ट्विटर) अकाउंट पर शेयर की। इसके बाद उन्होंने मुंबई स्थित सिद्धि विनायक मंदिर में परिवार के साथ दर्शन किए। दोपहर करीब 1.30 बजे देवड़ा अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात के लिए वर्षा आवास पर गए। यहां उनके साथ 10 पूर्व पार्षद, 20 पदाधिकारी, 15 ट्रेड एसोसिएशन और 450 कार्यकर्ता शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो गए।

पीएम मोदी के नेतृत्व में मजबूत हुआ है देश: देवड़ा
शिवसेना में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा देश में केंद्र और राज्यों में एक मजबूत सरकार की जरूरत है। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत मजबूत है। बीते 10 सालों में मुंबई में एक भी आतंकी हमला नहीं हुआ है। यह मुंबई में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। 

बता दें कि मिलिंद का परिवार बीते करीब छह दशक से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। उनके पिता मुरली देवड़ा मनमोहन सरकार में पेट्रोलियम मंत्री रहे हैं। मिलिंद भी मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष समेत संगठन में कई अहम जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। 2012 में वह कांग्रेस सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 20 दिन पहले ही मिलिंद देवड़ा को पार्टी की वर्किंग कमेटी में संयुक्त कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी।

 

और 55 साल का रिश्ता खत्म हुआ...

देवड़ा ने इस्तीफे का ऐलान करते हुए लिखा- "आज मेरी राजनीतिक यात्रा में एक अहम चैप्टर खत्म हुआ। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है... मैं नेताओं, सहयोगियों और कार्यकर्ताओं की ओर से मिले सहयोग के लिए आभारी हूं।"

जयराम रमेश ने याद दिलाया रिश्ता

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा के साथ अपने रिश्ते को याद करते हुए लिखा- ''उनके मित्र सभी राजनीतिक दलों में थे, लेकिन वह एक कट्टर कांग्रेसी थे। हर मुश्किल वक्त में कांग्रेस के साख खड़े रहे। तथास्तु!''

देवड़ा ने क्यों लिया कांग्रेस छोड़ने का फैसला?
मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने की मूल वजह महाराष्ट्र में सीट बंटवारे को लेकर विवाद माना जा रहा है। मिलिंद मुंबई जिस दक्षिण लोकसभा सीट से दो बार सांसद रहे हैं, वह अभी शिवसेना के कब्जे में है और विपक्षी गठबंधन INIDA में कांग्रेस की सहयोगी शिवेसना ने इस सीट पर दावा कर दिया है। शिवसेना की इस बात पर नाराजगी भी जताई थी। हालांकि, मीडिया के सवाल पर यह भी कहा था कि चूंकि सीट बंटवारे पर औपचारिक बातचीत पूरी नहीं हुई है। इसलिए किसी को भी दावे नहीं करने चाहिए। 

न्याय यात्रा से चंद घंटे पहले देवड़ा ने छोड़ी पार्टी 
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी रविवार को मणिपुर से भारत न्याय यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। राहुल गांधी दिल्ली स्थित आवास से मणिपुर की राजधानी इम्फाल के लिए निकले ही थे कि मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे की खबरें सामने आ गईं। मिलिंद देवड़ा 2014 से पहले तक राहुल गांधी के बेहद करीबी सांसदों में शामिल थे। बाद में पार्टी ने उन्हें महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया था। लेकिन राहुल की न्याय यात्रा शुरू होने से चंद घंटे पहले मिलिंद ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। 

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