Maharashtra Cabinet expansion: महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार का बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार रविवार (15 दिसंबर) को राज्य की दूसरी राजधानी नागपुर में होगा। यह शीतकालीन सत्र से ठीक एक दिन पहले आयोजित किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, करीब 30-32 विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। इस कैबिनेट विस्तार को सत्ता में स्थिरता और सहयोगी दलों के बीच संतुलन कायम करने के नजरिए से बेहद अहम माना जा रहा है।

मंत्रियों की संख्या और बंटवारा
कैबिनेट में 30-32 मंत्री शामिल होंगे। भाजपा कोटे से 20-21 मंत्री, शिवसेना (शिंदे गुट) से 11-12 और एनसीपी (अजित पवार गुट) से 9-10 मंत्री बनाए जाने की संभावना है। 5 दिसंबर को मुंबई में देवेंद्र फडणवीस ​​​ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। महाराष्ट्र में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री समेत कुल 43 सदस्य हो सकते हैं।

बीजेपी के पास रहेगा गृह मंत्रालय
भाजपा और शिवसेना के बीच गृह मंत्रालय को लेकर चर्चा चल रही थी। शिवसेना ने एकनाथ शिंदे के कद को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय की मांग की थी, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, भाजपा इसे अपने पास रखेगी। गृह मंत्रालय समेत कई अहम विभाग भाजपा के हिस्से में आने की संभावना है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान
अमित शाह ने कैबिनेट विस्तार पर चल रही अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से हो रहा है। उन्होंने कहा, "एकनाथ शिंदे के नाराज होने का कोई कारण नहीं है। भाजपा ने हमेशा शिंदे का समर्थन किया है। पिछली सरकार में भाजपा के पास अधिक सीटें होने के बावजूद, हमने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया।" उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगियों के बीच कोई मतभेद नहीं है।ॉ

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कैबिनेट विस्तार से पहले बैठकों का दौर
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने डिप्टी सीएम शिंदे और अजित पवार से अलग-अलग मुलाकात की। इन बैठकों में मंत्रियों के नामों और विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया गया। एनसीपी नेता अजित पवार ने अपने पार्टी नेताओं से दक्षिण मुंबई स्थित देओगिरी बंगले पर चर्चा की।

अजित पवार के पास रहेगा वित्त मंत्रालय
सूत्रों के मुताबिक, अजित पवार वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे। भाजपा ने अपने सहयोगियों को वही विभाग देने का फैसला किया है, जो पिछली सरकार में उनके पास थे।

महा-युति की विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत
20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना (शिंदे गुट)-एनसीपी (अजित पवार गुट) के महा-युति गठबंधन ने 288 में से 230 सीटों पर जीत दर्ज की।
भाजपा: 132 सीटें
शिवसेना: 57 सीटें
एनसीपी: 41 सीटें

इस प्रचंड बहुमत के साथ महा-युति ने महाराष्ट्र में सत्ता में वापसी की।

राजनीतिक समीकरण और भविष्य की रणनीति
यह कैबिनेट विस्तार महायुति की स्थिरता और तीनों दलों के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर जो सहमति बनी है, वह महाराष्ट्र की राजनीति में सरकार की मजबूत स्थिति को दर्शाती है। यह शपथ ग्रहण समारोह और उसके बाद शुरू होने वाला शीतकालीन सत्र सरकार की आगामी नीतियों और जनता के प्रति जवाबदेही तय करेगा।