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 Devendra Fadnavis takes responsibility: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को लोकसभा चुनाव में भाजपा को कम सीटें मिलने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में जो हार हुई है, हमारी सीटें कम हो गई हैं, उसकी पूरी जिम्मेदारी मेरी है। मैं इस जिम्मेदारी को स्वीकार करता हूं।

 Devendra Fadnavis takes responsibility: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को लोकसभा चुनाव में भाजपा को कम सीटें मिलने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में जो हार हुई है, हमारी सीटें कम हो गई हैं, उसकी पूरी जिम्मेदारी मेरी है। मैं इस जिम्मेदारी को स्वीकार करता हूं और जो भी कमी है, उसे पूरा करने की कोशिश करूंगा। मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो भाग जाए... हम नई रणनीति तैयार करेंगे और नई रणनीति तैयार करने के बाद हम जनता के बीच जाएंगे।"

केंद्रीय नेतृत्व मुझे पद से मुक्त करे
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं महाराष्ट्र में फ्रंट से लीड कर रहा था। ऐसे में राज्य के जो नतीजे हुए हैं उसकी मैं जिम्मेदारी लेता हूं। मैं पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से अनुरोध करूंगा कि वह मुझे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के पद से मुक्त करें ताकि, मैं राज्य में पार्टी को मजबूती देने के लिए बेहतर ढंग से काम कर सकूं। फडणवीस ने कहा कि मैं अब जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझूंगा और उन्हें हल करने की कोशिश करूंगा। 

भाजपा की सीटों में कमी
लोकसभा चुनाव में भाजपा को महाराष्ट्र में काफ कम सीटें मिली हैं। इस हार के बाद फडणवीस ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह इस असफलता की जिम्मेदारी लेते हैं और इसे सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जनता के बीच फिर से जाने और नई रणनीति के साथ पार्टी को मजबूत करने का संकल्प लिया है।महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक ने 29 सीटें जीत कर शानदार प्रदर्शन किया। एनडीए को यहां 17 सीटों से संतोष करना पड़ा है। एक सीट पर निर्दलीय कैंडिडेट विजयी रहे।

नई रणनीति की जरूरत
फडणवीस ने अपने बयान में कहा कि भाजपा एक नई रणनीति बनाएगी ताकि जनता का समर्थन फिर से हासिल किया जा सके। उन्होंने  कहा कि वह किसी भी स्थिति से भागने वाले व्यक्ति नहीं हैं और जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य की जनता न जो भी फैसला दिया है उस पर पार्टी विश्लेषण करेगी। यह पता करने की कोशिश की जाएगी कि कहां चूक रह गई। फडणवीस ने इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए नई रणनीति बनाने का आश्वासन दिया है। फडणवीस ने कहा कि वह जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझेंगे और उन्हें हल करने की कोशिश करेंगे।

क्या है महाराष्ट्र में बीजेपी की हार की वजह
बता दें कि साल 2019 में BJP और शिवसेना ने साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था। उस समय बीजेपी और शिवसेना गठबंधन ने राज्य की 48 सीटों में से 41 सीटें जीती थीं। कांग्रेस और NCP के गठबंधन को महज 5 सीटों से संतोष करना पड़ा था। उसी साल राज्य में विधानसभा चुनाव भी हुआ। इसमें भी BJP और शिवसेना साथ उतरीं। लेकिन, सरकार बनाने के वक्त दोनों पार्टियां अलग हो गई। इसके बाद उद्धव ठाकरे सीएम बने।
हालांकि, कुछ दिनों बाद ही उद्धव ठाकरे की पार्टी में भी टूट हो गई। उद्धव की सरकार गिर गई। फिर शिंदे की अगुवाई वाली सरकार बनी। लेकिन यह भी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई। कुछ समय बाद ही शरद पवार की पार्टी NCP भी टूट गई। शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने बगावत कर दी। वह शिंदे सरकार में शामिल हो गए। 

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