Mahayuti Meeting Cancel: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस जारी है। इसी बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। शिंदे अचानक अपने गांव सातारा रवाना हो गए। सूत्रों के अनुसार, यह कदम भाजपा और महायुति (BJP+Shiv Sena+NCP) के भीतर चल रही खींचतान से जुड़े हो सकते हैं। शिंदे के इस फैसले ने सियासी पारा बढ़ा दिया है।
सियासी हलकों में चर्चा है कि शिंदे अपने गांव जाकर भाजपा को फैसला लेने के लिए और वक्त देना चाहते हैं। सूत्रों के मुताबि, शिंदे भाजपा के फैसले के आधार पर अपनी अगली रणनीति तैयार करेंगे।
दिल्ली में शाह और नड्डा संग हुई बैठक
गुरुवार रात एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ करीब ढाई घंटे की बैठक की। शिंदे ने शाह के साथ अलग से भी बातचीत की। बताया जा रहा है कि इस दौरान पोर्टफोलियो बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। शिंदे ने अपनी सिफारिशें शाह को सौंपीं और अब भाजपा के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं।
डिप्टी सीएम पद का ऑफर, सस्पेंस बरकरार
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा हाईकमान ने शिंदे को डिप्टी सीएम या केंद्र में मंत्री पद का विकल्प दिया है। शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि अगर शिंदे इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते तो पार्टी के किसी अन्य नेता को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। हालांकि, शिंदे का रुख अभी स्पष्ट नहीं हुआ है।
भाजपा विधायक दल की बैठक टली
शुक्रवार को मुंबई में प्रस्तावित भाजपा विधायक दल की बैठक अब 1 दिसंबर को होगी। इस बैठक में दो ऑब्जर्वर्स की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी। इसके बाद महायुति की एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक के बाद ही नए सीएम के नाम का ऐलान किया जा सकता है। भाजपा किसी मराठा नेता को सीएम बनाने पर भी विचार कर सकती है।
महाराष्ट्र में सियासी समीकरण जटिल
महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच सत्ता साझा करने का फॉर्मूला अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। भाजपा ने 132 सीटों के साथ सबसे बड़ा दल बनकर उभरने के बावजूद सीएम पद की घोषणा नहीं की है। ऐसा कहा जा रहा है कि मराठा विधायकों की तादाद होने की वजह से देवेंद्र फडणवीस की जगह किसी और को सीएम बनाने पर चर्चा हो रही है।