Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 से पहले महायूति सरकार ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को एक नई दिशा देते हुए ‘मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना’ का शुभारंभ किया। यह योजना 17 अगस्त को रक्षाबंधन के अवसर पर लॉन्च की गई थी और इसके अंतर्गत राज्य की लगभग दो करोड़ महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जा रही है। इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को ₹1500 मासिक सहायता प्राप्त होगी, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगी और चुनाव के माहौल में सरकार को समर्थन भी मिल सकेगा।
सरकार की प्रतिबद्धता और विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस योजना की शुरुआत के बाद, सरकार को विपक्षी दलों से आलोचना का सामना करना पड़ा। विपक्ष का कहना है कि यह चुनावी रणनीति मात्र है, परंतु सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता को साबित करते हुए अभी तक पांच किश्तों के तहत ₹7,500 का वितरण किया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस योजना की महत्ता को बढ़ाते हुए संभावित रूप से मासिक राशि को ₹3,000 तक बढ़ाने का संकेत दिया है। इससे सरकार का उद्देश्य महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना स्पष्ट होता है।
आर्थिक सशक्तिकरण में एक महत्वपूर्ण कदम
मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना की प्रेरणा अन्य राज्यों की सफल योजनाओं से मिली है, जिनकी शुरुआत गोवा में दिवंगत मनोहर पर्रिकर द्वारा की गई थी। अब महाराष्ट्र में लागू की गई इस योजना के माध्यम से महिलाएं छोटे व्यवसायों को शुरू करने और अपने समुदायों की उन्नति में सहयोग करने में सक्षम होंगी। पिछले बजट में सरकार ने इस योजना के लिए ₹46 हजार करोड़ का आवंटन किया है, ताकि इसे दीर्घकालीन रूप से चलाया जा सके।
महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे ने योजना की स्थिरता की पुष्टि करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि चुनावी समय में भी लाभ में रुकावट न आए। यह योजना न केवल चुनावी रणनीति के रूप में देखी जा सकती है, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति सरकार की दीर्घकालिक दृष्टिकोण को भी दर्शाती है।
चुनावी प्रभाव और आलोचना
जहां एक ओर विपक्ष इसे चुनावी लाभ का प्रयास मानता है, वहीं योजना का लाभ प्राप्त करने वाली महिलाएं इसे अपनी आजादी और सशक्तिकरण का माध्यम मान रही हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना एक महत्वपूर्ण सामाजिक और आर्थिक बदलाव की मिसाल बनती जा रही है। महायूति सरकार ने महिला सशक्तिकरण के इस प्रयास से मतदाताओं का विश्वास जीतने की कोशिश की है। यह योजना न केवल महिलाओं को सशक्त बनाएगी, बल्कि चुनावी जीत में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।