Mumbai Bus Accident: मुंबई के कुर्ला में हुए दर्दनाक बस हादसे ने पूरे महाराष्ट्र को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने घटना में नया खुलासा करते हुए ड्राइवर पर हत्या की साजिश का शक जताया है। चश्मदीदों के बयान और तकनीकी जांच के बाद पुलिस अब इस एंगल पर गहराई से काम कर रही है। मुंबई पुलिस ने ड्राइवर संजय मोरे को हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 21 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
ड्राइवर ने बस को हथियार की तरह इस्तेमाल किया?
पुलिस का दावा है कि हादसा जानबूझकर किया गया हो सकता है। ड्राइवर ने बस को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया या नहीं, इस एंगल पर जांच जारी है। हादसे में 7 लोगों की जान चली गई और 49 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज सायन और कुर्ला भाभा अस्पताल में हो रहा है।
पहली बार बस चला रहा था आरोपी
पुलिस के अनुसार, 54 वर्षीय संजय मोरे पहली बार इलेक्ट्रिक बस चला रहा था। वह 1 दिसंबर को BEST में अनुबंध पर शामिल हुआ था। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि संजय ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन को लेकर भ्रमित हो गया था। उसके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। RTO की टीम ने बस की तकनीकी जांच शुरू कर दी है ताकि घटना के कारणों का पता लगाया जा सके।
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चश्मदीदों ने बताई हादसे की कहानी
चश्मदीद जैद अहमद ने बताया कि बस अचानक लहराने लगी और उसने पैदल यात्रियों, ऑटो रिक्शा, और तीन कारों को जोरदार टक्कर मार दी। जैद और उनके दोस्तों ने तुरंत घायलों को बचाने और अस्पताल पहुंचाने का काम शुरू किया। उन्होंने कई शव देखे, जो इस हादसे की भयावहता को बयां करते हैं।
बस की हालत और तकनीकी जांच
BEST के अधिकारियों के अनुसार, यह 12 मीटर लंबी इलेक्ट्रिक बस तीन महीने पुरानी थी। इसे बृहन्मुंबई म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ने लीज पर लिया था। बस का संचालन निजी ऑपरेटर द्वारा किया जा रहा था। RTO की टीम ने घटनास्थल से बस को हटाने के बाद इसकी तकनीकी खराबी की जांच शुरू कर दी है। जांच के आधार पर पुलिस को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।