Mumbai Hoarding Collapse News: मुंबई के घाटकोपर इलाके में सोमवार, 13 मई को 100 फीट ऊंची और 250 टन वजनी लोहे की होर्डिंग आंधी-पानी में गिर गई थी। इसकी चपेट में आकर 14 लोगों की मौत हुई, जबकि 74 से अधिक लोग घायल हो गए। इस होर्डिंग को लगाने वाली कंपनी ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के मालिक भावेश भिंडे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। भावेश भिंडे और अन्य के खिलाफ आईपीसी के तहत गैर इरादतन हत्या के आरोप में पंत नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।
भिंडे फरार, मोबाइल भी बंद
घटना के बाद से भावेश भिंडे परिवार समेत फरार है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भावेश भिंडे का मोबाइल फोन भी बंद है। उसने अवैध होर्डिंग रेलवे पुलिस (GRP) के कब्जे वाली जमीन पर खड़ा किया था। यह होर्डिंग 120X120 फीट का था। इसलिए होर्डिंग लिम्का बुक में भी दर्ज है।
अधिकारियों ने मंगलवार देर शाम कहा कि घाटकोपर में हादसे वाली जगह पर तलाश एवं बचाव अभियान घटना के 30 घंटे बाद भी जारी है। अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 89 लोगों को होर्डिंग के नीचे से निकाला गया, जिनमें से 14 को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि अन्य 75 घायल हो गए और उनका इलाज चल रहा है।
कौन है भावेश भिंडे?
- इसी साल जनवरी में भावेश भिंडे पर रेप का आरोप लगा था। उसके खिलाफ मुलुंड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। साथ ही आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है।
- एनडीटीवी ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए बताया कि भावेश भिंडे ने वर्षों से बिलबोर्ड और बैनर लगाने के लिए भारतीय रेलवे और बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) से कई अनुबंध हासिल किए। हालांकि, उन्होंने कथित तौर पर कई बार दोनों संस्थाओं के नियमों का उल्लंघन किया है।
- इसके अलावा, भावेश भिंडे और उनकी कंपनी के अन्य सहयोगी पेड़ों पर केमिकल डालकर उन्हें सुखाने और पेड़ काटने से जुड़े मामलों में फंसे हुए हैं।
- इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 2009 में भावेश भिंडे ने मुलुंड से महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। लेकिन हार गया था।
- भिंडे द्वारा दायर हलफनामे के अनुसार, जब उन्होंने चुनाव लड़ा था, तो उन्होंने अपने खिलाफ 23 आपराधिक मामले घोषित किए थे।
- भिंडे पहले गुजू एड्स नाम की एक कंपनी संचालित करता था। जिसे बाद में उनके और उनकी कंपनी से जुड़े कई कानूनी मुद्दों के कारण बीएमसी द्वारा ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था।
- सूत्रों के अनुसार, ब्लैकलिस्टिंग के बावजूद, भिंडे ने ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की और बिलबोर्ड और होर्डिंग्स के लिए अनुबंध हासिल करना जारी रखा।