RSS Chief Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले के आलंदी में आयोजित गीता भक्ति अमृत महोत्सव में शामिल हुए। यहां उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्रतिष्ठा को एक साहसी कार्य बताया। भागवत ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण भगवान के आशीर्वाद और इच्छा के कारण हुआ। काफी संघर्ष के बाद यह एक साहसी काम हुआ। लेकिन भारत को अपने कर्तव्य के लिए उठना होगा और यदि किसी भी कारण से यह समर्थ नहीं बन पाया, तो दुनिया को बहुत जल्द विनाश का सामना करना पड़ेगा।
वर्तमान पीढ़ी सौभाग्यशाली
मोहन भागवत ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि रामलला को उनकी जन्मभूमि पर विराजमान होते हुए देखा है। 500 सालों के लंबे संघर्ष के बाद यह सच हुआ। यह सिर्फ इसलिए नहीं सच हुआ कि सभी ने इसके लिए काम किया, बल्कि भगवान के आशीर्वाद और इच्छा के कारण संभव हो सका। समारोह के दौरान उपस्थित रहना मेरा सौभाग्य है।
भारत को अपना कर्तव्य निभाने के लिए उठना होगा
मोहन भागवत ने कहा कि भारतवर्ष को ऊपर उठना होगा। मजबूत बनना होगा, क्योंकि दुनिया को इसकी जरूरत है। अगर किसी भी कारण से भारत समर्थ नहीं बना या उठ नहीं सका तो दुनिया को जल्द ही विनाश का सामना करना पड़ेगा। इस तरह की स्थिति बनी हुई है। दुनिया भर के बुद्धिजीवी इस बात को जानते हैं। वे इस पर कह और लिख रहे हैं। उन्होंने फिर दोहराया कि भारत को अपना कर्तव्य निभाने के लिए उठना होगा।
क्या है गीता भक्ति अमृत महोत्सव?
दरअसल, गीता परिवार एक आध्यात्मक ट्रस्ट है। ट्रस्ट की तरफ से 4 से 11 फरवरी तक पुणे के आलंदी में गीता भक्ति अमृत महोत्सव मनाया रहा है। यह आध्यात्मिक नेता और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरिजी महाराज की 75वीं जयंती का एक भव्य उत्सव है।