Aditya Thackeray on SP: महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी और शिवसेना (UBT) के बीच विवाद गहराता जा रहा है। समाजवादी पार्टी नेता अबू आज़मी के महा विकास अघाड़ी गठबंधन से अलग होने की धमकी के बाद, शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र में कभी-कभी "बीजेपी की बी टीम" की तरह बर्ताव करती हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारा हिंदुत्व स्पष्ट है। हमने यह कभी भी नहीं कहा कि हम हिंदुत्वादी नहीं है।

आदित्य ठाकरे की सफाई
उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना यूबीटी के विधायक आदित्य ठाकरे ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि यह आरोप समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं मुंबई की समाजवादी पार्टी पर ज्यादा बयान नहीं देना चाहता हूं। वो कभी-कभी बीजेपी की बी टीम की तरह बर्ताव करते हैं। अखिलेश यादव अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन प्रदेश में उनके कुछ नेता बीजेपी की मदद करते हैं। इस चुनाव में भी उन्होंने कैसे किसकी मदद की, यह सभी को पता है। मैं इस विषय पर ज्यादा बात नहीं करना चाहता हूं। मैं यह कहना चाहता हूं कि कल का जो ट्वीट है वो हम पहले भी करते आए हैं। शिवसेना का हिंदुत्व वो स्पष्ट है। हमने कभी नहीं कहा कि हम हिंदुत्ववादी नहीं है। हमारा हिंदुत्व घर का चूल्हा जलाने वाला हिंदुत्व है। हमारा हिंदुत्व ‘हृदय में राम और हाथ को काम’ के बारे में है।’

अबू आज़मी की नाराज़गी
अबू आज़मी ने शिवसेना (UBT) के एक नेता द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस की वर्षगांठ पर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। 6 दिसंबर को शिवसेना (UBT) नेता मिलिंद नार्वेकर ने सोशल मीडिया पर बाबरी विध्वंस की तस्वीर और बाल ठाकरे का बयान साझा किया था, जिसमें लिखा था, "मुझे गर्व है जिन्होंने यह किया।" 

आजमी ने कहा, "शिवसेना (UBT) ने अखबार में बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर बधाई देने वाला विज्ञापन दिया है। यह बयान एमवीए गठबंधन की मूल भावना के खिलाफ है।" उन्होंने आगे कहा, "अगर गठबंधन में कोई ऐसा बयान देता है, तो बीजेपी और उनमें क्या फर्क है? कांग्रेस को तय करना होगा कि वे ऐसे बयान देने वालों के साथ रह सकते हैं या नहीं।" 

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समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया  
समाजवादी पार्टी के विधायक रईस शेख ने आदित्य ठाकरे के बयान की निंदा करते हुए कहा, "हमने सिर्फ दो सवाल उठाए हैं। क्या शिवसेना (UBT) अब कट्टर हिंदुत्व की ओर बढ़ रही है? और उन्हें वोट किसने दिए? इन सवालों के जवाब देने के बजाय आदित्य ठाकरे ने ऐसा बयान दिया, जिसे हम खारिज करते हैं। हम इस मुद्दे पर वरिष्ठ नेताओं से बात करेंगे।"