Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में 'वोट जिहाद' और झूठे नैरेटिव काम नहीं आएंगे और महायुति गठबंधन 20 नवंबर के बाद फिर से सत्ता में लौटेगा। उन्होंने रविवार (27 अक्टूबर) को एक चुनावी शो में यह बात कही। इस दौरान महाराष्ट्र की राजनीति के प्रमुख नेताओं ने भी मौजूदा चुनाव को लेकर अपने दावे पेश किए।
PM मोदी के खिलाफ MVA का झूठा नैरेटिव
- बीजेपी नेता फडणवीस ने लोकसभा चुनावों में 'वोट जिहाद' को एक बड़ा कारण बताया और कहा, "एक खास समुदाय ने बीजेपी के खिलाफ वोट किया था ताकि मोदी को सत्ता से हटाया जा सके। लेकिन इस बार उनकी यह रणनीति सफल नहीं होगी।"
- उन्होंने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) पर झूठे नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, "लोकसभा चुनाव में एमवीए ने झूठी बातें फैलाईं कि प्रधानमंत्री मोदी संविधान बदल देंगे और आरक्षण खत्म कर देंगे। इसलिए लोगों ने राहुल गांधी और एमवीए के लिए वोट किया। लेकिन अब सच्चाई सबके सामने है, और उनकी झूठी बातें बेनकाब हो चुकी हैं।"
विपक्ष का 'रोको' कैंपेन, हमारी 'ठोको' पॉलिसी: डिप्टी CM
देवेंद्र फडणवीस ने महा विकास अघाड़ी पर 'रोको' नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे सिर्फ विकास परियोजनाओं को रोकने का काम करते हैं, जबकि उनकी सरकार 'ठोको' की नीति के तहत कामों को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में विकास की कई नई परियोजनाएं, जैसे वधावन पोर्ट और नदी जोड़ने की योजनाएं, राज्य को सूखा मुक्त और आर्थिक रूप से सशक्त बनाएंगी।
2019 में मुस्लिम वोट मोदी को गए थे, तो ये वोट जिहाद नहीं था?
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने 'वोट जिहाद' पर पलटवार करते हुए कहा, "फडणवीस को ये स्पष्ट करना चाहिए कि वोट जिहाद क्या है। जब 2019 में मुस्लिम वोट मोदी को गए थे, तो वह वोट जिहाद नहीं था? और जब वही वोट कांग्रेस या हमें मिलते हैं, तो उसे वोट जिहाद कहा जाता है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहले 'वोट जिहाद' को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने खास समुदाय के लोगों से मोदी के खिलाफ एकजुट होकर वोट करने की अपील की थी।