भोपाल। 'हमारे द्वारा चलाए गए पानी फाउंडेशन के जरिए हमने ऐसी ऐसी कहानियां ग्रामीण इलाकों से ढ़ूढी हैं, जहां लोग शायद आगे बढ़ने या बाहर निकालने की सोच छोड़ देते हैं, ऐसे गांव जहां पानी नहीं है, खेती ठीक नहीं है जब वह लोग उम्मीद हार जाते है तो इस हार के बाद की कहानी हम लाते हैं। यह कहना है पानी फाउंडेशन चलाने वाली और धोबी घाट, पीपली लाइव और लापता लेडीज जैसी फिल्मों की डायरेक्टर किरण राव का, जो गुरुवार को भोपाल में ही थी और हरिभूमि से बातचीत में उन्होंने अपने प्रोफेशन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।

27 प्रकार की फसलों की स्टडी कीं, किसानों को जागरूक किया 

उन्होंने कहा कि पानी फाउंडेशन में अब हम पानी के साथ-साथ खेती से भी जुड़ गए हैं और हम 27 प्रकार की फसलों की स्टडी कराकर किसानों को बताते हैं कि कौन सा बीज किस तरह से फायदा दे सकता है क्योंकि कई बार जानकारी के अभाव में किसान ज्यादा पानी सोखने वाली फैसले जैसे गन्ने को भी बोते हैं, जो आगे चलकर उन्हीं के लिए हानिकारक होगा। इसी फाउंडेशन के लिए हम कई अरसे से काम कर रहे हैं और अब यह काम इतना ज्यादा बढ़ गया है कि सत्यमेव जयते 2 के लिए समय नहीं निकल पा रहे, लेकिन फिर भी दर्शकों के लिए हम सत्यमेव जयते 2 जरूर लेकर आएंगे।
 
विप्लव गोस्वामी की कहानी ‘2 ब्राइड्स’ को आमिर ने चुना 
उन्होंने कहा कि लापता लेडीज फिल्म के लिए एक स्क्रिप्ट राइटिंग कंपटीशन हुआ था, जिसमें विप्लव गोस्वामी की कहानी ‘2 ब्राइड्स’ को बेस्ट स्क्रिप्ट का अवार्ड मिला, और आमिर उसमें जज थे उन्होंने इस कहानी को चुना। लेकिन इसमें मैंने कई सारे व्यंग्यात्मक शैली में ट्वीस्त शामिल किए हैं और जो दर्शकों को पसंद आए।

अब मैं अपने दर्शकों को निराश नहीं करूंगी
उन्होंने कहा- पीपली लाइव, धोबी घाट के बाद करीब 12-13 साल के गैप के बाद लापता लेडीज लाने के पीछे मेरा उद्देश्य था कि मैं उस समय लिख रही थी, कहानियों पर काम चल रहा है था और आमिर खान के प्रोडक्शन में ही काम कर रही थी। ब्रेक लेने का मन नहीं था तो बस इसीलिए इतना वक्त लग गया लेकिन अब मैं अपने दर्शकों को निराश नहीं करूंगी। जल्द दूसरी फिल्म लाऊंगी।