हिट एंड रन अर्थात एक्सीडेंट कर मौके से फरार हो जाना। केंद्र सरकार ने नए कानूनों में हिट एंड रन पर वाहन चालकों के लिए 10 साल की सजा व सात लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया है, जबकि एक्सीडेंट के बाद घायल को अस्पताल पहुंचाने वालों को कानून में रियायत दी गई। केंद्र के हिट एंड रन कानून को चालकों के लिए काला कानून बताते हुए वापस लेने का दबाव बनाने के लिए ट्रांसपोर्टरों ने सोमवार से राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था। जिसमें उसे किसान संगठनों व विपक्षी पार्टियों (आप) व कम्युनिस्ट पार्टियों का भी साथ मिला। सोमवार को हड़ताल के पहले दिन प्राइवेट बस चालकों व ऑपरेटरों ने ट्रांसपोर्टरों का साथ दिया तथा सुबह प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में ट्रकों के साथ प्राइवेट बसों का पहिया थाम दिया। जींद सहित कुछ जिलों को छोड़ृकर दोपहर तक हड़ताल के चलते थमी प्राइवेट बसें रोड पर उतर चुकी थी। हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को दक्षिणी हरियाणा, जीटी बेल्ट, सिरसा, फतेहाबाद व रोहतक में हड़ताल बेअसर दिखी। बहादुरगढ़ में बसों पर तो अधिक असर नहीं देखने को मिला, परंतु ट्रक ऑपरेटरों ने इंडोस्पेस के बाहर रोड जाम कर अपना/> विरोध प्रकट किया। जींद में ट्रकों के साथ प्राइवेट बसों का पहिया भी थमा रहा तो सोनीपत में आंशिक असर देखने को मिला। रोहतक में मंगलवार शाम को आल यूनियन की बैठक बुलाकर आगामी रणनीति तय करने का निर्णय लिया गया।

बुधवार को रोडवेज कर्मचारी भी करेंगे प्रदर्शन

ट्रॉसपोर्टरों के समर्थन में बुधवार को रोडवेज कर्मचारी भी दो घंटे का विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन के बाद रोडवेज कर्मचारी आगामी रणनीति की घोषणा करेंगे। कैथल में हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को ऑटो चालकों ने ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल को अपना समर्थन दिया। कुछ किसान संगठन व विपक्षी दल पहले ही कानूनों के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों के समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि तीन जनवरी को ट्रांसपोर्टरों के चक्का जाम का प्रदेश में कितना असर देखने को मिलेगा।

ट्रकों की हड़ताल से सप्लाई चेन प्रभावित

ट्रकों की लगातर दूसरे दिन हड़ताल से प्रदेश में सप्लाई चेन प्रभावित हो रही है। इससे विशेषकर तेल, खाद्य पदार्थ, फल व सब्जियों की सप्लाई प्रभावित होने से आम आदमी के जीवन पर असर पड़ेगा। हालांकि अभी तक बाजार में इसका असर कम ही देखने को मिल रहा है, परंतु यदि हड़ताल लंबी चली तो आने वाले दिनों में  इसका असर देखने को मिल सकता है। जिससे लोगों को परेशानी हो सकती है।