इंदौर. मोबाइल और केबल की तरह ही अब बिजली भुगतान भी प्री-पेड करने की तैयारी बिजली कंपनी कर रही है। जितना रिचार्ज, उतनी बिजली उपयोग की जा सकेगी। जनवरी से लागू होने वाली व्यवस्था कई मायनों में सुविधा देने वाली साबित होगी। 100 रुपए से लेकर कितनी राशि का भी रिचार्ज कर बिजली उपयोग की जा सकेगी।
प्री-पेड बिजली व्यवस्था के लिए इंदौर के साथ ही कुछ हद तक भोपाल और जबलपुर में भी तैयारी की जा रही है। बिजली नियामक आयोग इसके प्रस्ताव पर अक्टूबर में सुनवाई भी कर चुका है। नए वर्ष में लागू होने वाली यह व्यवस्था उपभोक्ताओं को कई प्रकार की सुविधाएं भी देंगी। इसमें 100 रुपए से लेकर ज्यादा राशि के रिचार्ज का भी प्रस्ताव है। प्री-पेड बिजली व्यवस्था के तहत जुड़ने वाले उपभोक्ता को 25 पैसे यूनिट की छूट भी आयोग के अनुसार दी जाएगी। मालवा-निमाड़ के उपभोक्ताओं को लगभग 75 लाख से एक करोड़ रुपए तक की छूट मिलना संभावित है। प्रीपेड व्यवस्था स्मार्ट मीटर से ही संचालित होगी।
ऐसे रहेगा बिल का गणित
प्री-पेड व्यवस्था लागू हुई तो उपभोक्ताओं को पिछले माह की खपत के हिसाब से प्रोविजनल रूप से रिचार्ज करते रहना होगा। 30 दिन के बाद जब भी बिल बनेगा, तब फाइनल राशि तय कर यदि सब्सिडी की पात्रता है तो सब्सिडी की राशि का बैलेंस उसके बिजली खाते में रिचार्ज के रूप में अपने आप जुड़ जाएगा यानी किसी उपभोक्ता ने माह में 500-500 के दो बार रिचार्ज कराए और माह के खत्म होने पर उसका घरेलू बिल 145 यूनिट का जारी हुआ तो उसे 550 रुपए की सब्सिडी मिलेगी। इस तरह 550 रुपए उसके बिजली खाते में रिचार्ज के रूप में जमा हो जाएंगे।
शासकीय कार्यालयों से होगी शुरुआत
नई व्यवस्था के तहत सबसे पहले सभी शासकीय कार्यालय में अगले तीन माह में यह व्यवस्था शुरू होगी। अस्पताल व जल वितरण से संबंधित कनेक्शन फिलहाल प्री-पेड व्यवस्था में बाद में शामिल किए जाएंगे। कंपनी क्षेत्र में अभी स्मार्ट मीटर लगे हैं। प्री-पेड व्यवस्था का एक लाभ यह भी होगा कि उपभोक्ता को बिजली कनेक्शन काटने या जोड़ने अर्थात आरसीडीसी के रूप में कोई भी शुल्क नहीं देना होगा।