Punjab DSP Dalbir Singh Deol Murder Case: पंजाब के जालंधर में डीएसपी दलबीर सिंह देयोल हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने लांबड़ा के रहने वाले एक ऑटो ड्राइवर को विजय को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, डीएसपी दलबीर सिंह ड्राइवर विजय के ऑटो में बैठकर घर के लिए निकले थे। रास्ते में डीएसपी का उससे विवाद हुआ। विवाद में विजय ने दलबीर सिंह के सिर में गोली मार दी थी।
2000 में मिला था अर्जुन पुरस्कार
डीएसपी दलबीर सिंह वेट लिफ्टर थे। उन्हें 2000 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मान किया गया था। वे कपूरथला के गांव खोजेवाल के रहने वाले थे। वे जालंधर स्थित पीएपी ट्रेनिंग सेंटर में तैनात थे। पुलिस ने बताया कि डीएसपी का हत्यारा विजय नशे का आदी है। उसका रास्ते में डीएसपी से विवाद हुआ। डीएसपी ने ड्राइवर से अपने गांव तक छोड़ने के लिए कहा था। तभी उसने गोली मार दी। अगले दिन वे मृत मिले थे।
Punjab Police solves blind murder case of Late DSP Dalbir Singh@CPJalandhar has worked out the case in 2 days with the arrest of the culprit and seizure of murder weapon
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) January 4, 2024
May his soul RIP!
Our prayers are with the family, relatives and everyone who worked with him.
सर्विस पिस्तौल छीनकर मारी गोली
जालंधर के पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा ने बताया कि आरोपी विजय कुमार ने दलबीर देयोल को उनकी सर्विस पिस्तौल से गोली मारी थी। आरोपी के कब्जे से पिस्तौल बरामद कर ली गई है। नए साल पर एक जनवरी की सुबह दलबीर सिंह देयोल का शव संदिग्ध परिस्थितियों में जालंधर के बस्ती बावा खेल नहर के पास सड़क पर पड़ा मिला था। उनके शरीर पर चोट के निशान थे।
पुलिस आयुक्त का कहना है कि ड्राइवर ने पुलिस अधिकारी को उनके गांव तक छोड़ने से इनकार कर दिया। जिसके कारण हाथापाई हुई। बहस के बीच विजय ने देयोल से सर्विस पिस्तौल छीन ली और उनके सिर पर गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई।
सीसीटीवी खंगाने पर खुला हत्या का राज
पुलिस अधिकारियों ने शुरू में कहा कि यह हिट एंड रन का मामला है। लेकिन सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर मामले का खुलासा हुआ। डीएसपी दलबीर सिंह ने वर्कशाप के पास मामे के ढाबे पर नॉनवेज खाया था। ऑटो ड्राइवर वहां उनके साथ था। शराब के ठेके पर लगे सीसीटीवी में वह नजर आया।