Rajasthan News: राजस्थान के ब्यावर की रहने वाली एक 28 वर्षीय युवती हर्षाली कोठारी 32 लाख रुपए का पैकेज छोड़कर साध्वी बनने जा रही है। हर्षाली आचार्य राम लाल जी महाराज के सानिध्य में दीक्षा ग्रहण करेंगी। जिसको लेकर बुआ के घर पर वरघोड़ा निकाला गया।
हर्षाली कोठारी अपने सांसारिक जीवन की मोहमाया को त्याग कर दीक्षा ग्रहण कर रही हैं। उन्होंने बताया कि 4 साल पहले कोविड-19 महामारी के दौरान मैं ब्यावर स्थित जैन गुरु आचार्य रामलाल जी महाराज के चातुर्मास में गई थी। इस दौरान हमने जैन समाज की सभी परंपराओं का अध्ययन किया। जिसके बाद सांसारिक मोह माया त्यागकर साध्वी बनने का फैसला लिया गया। अब 3 दिसंबर को ही व्यावर में दीक्षा होगी।
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गुरुजनों की प्रेरणा से लिया निर्णय
हर्षाली ने अपने संपूर्ण जीवन को त्यागकर साध्वी बनने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि अब पैसों की मोह माया से दूर होकर मानव जीवन जीना है। सुख दुख क्या है और जीवन क्यों मिला है। हालांकि हर्षाली की मां ने बताया कि बेटी के लिए यह काफी मुश्किल है, लेकिन गुरुजनों की प्रेरणा से उसने निर्णय ले लिया है।
32 लाख रुपए की छोड़ी नौकरी
हर्षिला की मां ऊषा कोठारी ने बताया कि वह बेंगलुरु में एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर जॉब कर रही थी। जिसका पैकेज 32 लाख रुपए था। हर्षिला तीन भाइयों में इकलौती बेटी है।