जयपुर। चूरू में एक अनोखा नजारा देखने को मिला। बसंत पंचमी पर सुजानगढ़ में सृजन चैरिटेबल ट्रस्ट ने सामृहिक विवाह का आयोजन कराया। पूरे सुजानगढ़ में शहनाइयों की गूंज रही। कई राज्यों के 116 दूल्हे घोड़ियों, बैंड-बाजे और डीजे की धुन पर एक साथ शाही बारात लेकर निकले। सड़क पर जाम लग गया। इतने सारे दूल्हों को एक साथ देखकर लोगों की आंखें चकाचौंध रह गईं। देखते ही देखते लोगों की भीड़ सड़क पर उमड़ पड़ी। बारात को देखने के लिए पूरा सालासर कस्बा इकट्ठा हो गया। बारात में दूल्हों के परिजन नाचते गाते चले। सालासर बालाजी मंदिर प्रवेश द्वार के सामने पहुंचने पर बारात का पुजारी परिवार ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। बालाजी गोशाला कैंपस में 116 दूल्हों ने एकसाथ तोरण मारे।

10 हजार से ज्यादा लोगों के खाने और बैठने की व्यवस्था 
बता दें कि बालाजी गोशाला कैंपस में कार्यक्रम के लिए 100 बाई 300 फीट का डोम बनाया गया। इसमें 5 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इसके अलावा 200 बाई 700 फीट में खुला टेंट लगाया है। जहां काउंटर और खाने की व्यवस्था की गई है। सम्मेलन में 10 हजार से ज्यादा लोगों के बैठने और खाने की व्यवस्था की गई है। कुल 10 बीघा क्षेत्र में कार्यक्रम हुआ। यहां 116 मंडप बनाए गए हैं।

90 जोड़े राजस्थान और 25 दूसरे राज्यों से आए हैं 
सर्वसमाज सामूहिक विवाह सम्मेलन में कई राज्यों के 116 जोड़े शादी के बंधन में बंध रहे हैं। इसमें 90 जोड़े राजस्थान, एक जोड़ा दिल्ली और 25 दूसरे राज्यों के हैं। आयोजन को लेकर टेंट और खाने समेत सभी तैयारियां ट्रस्ट की ओर से की गई हैं। सृजन चेरिटेबल ट्रस्ट आने वाले जोड़ों को अपने घर से सालासर तक आने जाने के किराए से लेकर उपहार में दिए गए सामान को ले जाने के किराए तक सारा खर्च उठा रहा है।

ट्रस्ट दूल्हे और दुल्हन को ये उपहार देगा 
ट्रस्ट की ओर से जोड़ों को दो सोने की अंगूठी, दो चांदी के सिक्के, दुल्हन के कान झुमके, नाक का कांटा, पैर की बिछिया, पायल की जोड़ी, मेकअप का सामान, दुल्हन के कीमती कपड़े, दूल्हे की ब्रांडेड शेरवानी, पलंग, अलमारी, दो कुर्सियां, टेबल, मिक्सी, प्रेस, सिलाई मशीन, एलइडी टीवी, कूलर, पंखा सहित घरेलू बर्तन उपहार में दिए जाएंगे।