Rajasthan News: राजस्थान में पेपर लीक मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप चलाने वाले अतिरिक्त महानिदेशक, पुलिस (ADG) विजय कुमार सिंह को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा। बता दें 8 महीने में 12 भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी और पेपर लीक गिरोह का पर्दाफाश कर चुके हैं। इसके साथ ही 150 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तार किया है।

अतिरिक्त महानिदेशक विजय कुमार सिंह पेपर लीक मामले को लेकर काफी सफल खुलासे किए हैं। ये साल 1997 बैच के आईपीएस हैं। जनवरी 2024 में भजनलाल सरकार ने एसओजी एडीजी बनाने के साथ एंटी चीटिंग सेल की भी जिम्मेदारी सौंपी थी। जिसके बाद इन्होंने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को उनके गिरोह के साथ पकड़ा है।

कई गिरोह का कर चुके भंडाभोड़
इन्होंने पेपर लीक मामले में सफल ऑपरेशन के लिए एक टीम गठित की है। जिसने रीट पेपर लीक, एसआई एग्जाम-2021 जैसे बड़े एग्जाम में गड़बड़ी को पकड़ा है। साथ ही लीक करने वालों के गिरोह और मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर कार्रवाई की है।

15 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर को किया था गिरफ्तार
एसओजी ने अप्रैल के महीने में राजस्थान पुलिस अकेडमी में छापा मार कार्रवाई की, जिसने सबको चौंका दिया था। एसओजी ने 15 से ज्यादा ट्रेनी सब इंस्पेक्टर को यहां से गिरफ्तार किया था। इसके लिए इस कार्रवाई में शामिल वीके सिंह समेत प्रदेश के 15 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा।

कौन हैं वीके सिंह
विजय कुमार सिंह 1997 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं, जो मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। इन्होंने ट्रांसपोर्ट इंजीनियरिंग में एमटेक और सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की है। ASP के तौर पर इन्हें भरतपुर में पहली पोस्टिंग मिली। इसके बाद जयपुर ट्रैफिक में साल 2001 में SP के रूप में पहली बार कमान संभाली। सिंह राजस्थान के 8 जिलों व सीआईडी में एसपी रहे हैं।

2010 से 2014 तक डेपुटेशन पर बिहार गए
राजस्थान के बाद अपने गृह प्रदेश बिहार में साल 2010 से 2014 तक डेपुटेशन पर गए। इसके बाद एक बार फिर 2015 में राजस्थान लौटे और एसीबी में तीन साल IG रहे। इसके बाद जयपुर रेंज आईजी के तौर पर कमान संभाली। 2021 से 2023 में ट्रैफिक एडीजी रहे। वर्तमान में जनवरी 2024 से एडीजी एटीएस एंड एसओजी के पद पर तैनात हैं।