Ajmer Sharif Dargah: धार्मिक स्थलों पर चल रहे विवाद के बीच अब अजमेर शरीफ दरगाह के मंदिर होने का दावा किया गया है। एक हिंदूवादी संगठन ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर जांच कराए जाने की मांग की है। संगठन के सदस्यों ने पिछले दिनों इस मुद्दे को लेकर पूरे राजस्थान में जन जागरण यात्रा भी निकाली थी।
जांच करने से संबंधित राजस्थान सरकार को आज पत्र लिखा।@BhajanlalBjp @ABPNews @aajtak @1stIndiaNews @News18India @zeerajasthan_ @rpbreakingnews pic.twitter.com/TuBUz1J6Tm
— राजवर्धन सिंह परमार (@Rajvardhan_mps) January 27, 2024
दरअसल, महाराणा प्रताप सेना लंबे समय से अजमेर शरीफ दरगाह पर दावा कर रही है। संगठन के पदाधिकारियों ने पिछली सरकार से भी मामले की जांच कराए जाने की मांग की थी। 25 मई 2022 को संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पत्र लिखा था। पत्र में दावा किया था कि ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह की दीवारों पर जो रोशन दान बने हैं, उनमें स्वास्तिक के चिह्न हैं। इसके अलावा भी हिंदू धर्म से जड़े कई तथ्य यहां पर माैजूद हैं। राजवर्धन के पत्र के बाद अजमरे शरीफ दरगाह की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी।