Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में एक गर्भवती महिला ने भर्ती होने के 4 घंटे बाद ही दम तोड़ दिया। परिजनों के बताए अनुसार महिला मानसिक रूप से कमजोर थी। जिसकी वजह से उसके शरीर को जंजीर से बांधकर ताला लगाया गया था। काफी दिनों तक परिजन झाड़-फूंक कराते रहे, जब कोई आराम नहीं मिला तब इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। 

यह मामला कुशलगढ़ थाना क्षेत्र का है। थाने के एएसआई सोहनलाल ने बताया कि खेड़िया गांव की रहने वाली शीतल गर्भवती थी और वह गर्भवती होने के बाद ही बीमार हो गई। करीब 6 महीने बाद परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराए, लेकिन उसकी इलाज के दौरान ही मौत हो गई। 

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मानसिक रूप से बीमार थी महिला
एएसआई ने बताया कि परिजनों से बातचीत करने पर पता चला कि वह मानसिक रुप से बीमार थी। इसलिए उसे जंजीर से बांधने को कहा गया था। वहीं पति ने बताया कि पत्नी प्रेग्नेंट होने के बाद से ही अजीब हरकत करने लगी थी।

तांत्रिक ने दिया था बांधने की सलाह
पिता ने बताया कि बेटी को इलाज के लिए खेड़िया के पास ताम्बेसरा पीएचसी में दिखाया। जहां डॉक्टर ने उसे कमजोरी बताकर दवाइयां दी, फिर भी कोई सुधार नही हुआ। गांव वालों के कहने पर तांत्रिक को दिखाया तो उसने बताया कि शीतल पर भूत-प्रेत का साया है और उसने कमर और गर्दन को सांकल से बांधने और ताला लगाने की सलाह दी।

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जंजीरों से बंधी देखकर डॉक्टर घबराए
बांसवाड़ा जिला अस्पताल में लाने के बाद गायनिक डॉ. पवन शर्मा ने समस्त जांचें करवाकर इलाज शुरू किया। उन्होंने बताया कि जब उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया तब शीतल बेहोश थी और जंजीरों में बंधी हुई थी। इसके अलावा वह एनीमिया से भी ग्रसित थी, जिसका हिमोग्लोबिन सिर्फ 7 ग्राम था।

पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा
महिला की मौत के बाद बांसवाड़ा तहसीलदार दीपक सांखला के निर्देश पर मर्ग दर्ज कर पोस्टमॉर्टम करवाया गया। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। जिसका अंतिम संस्कार गांव में किया गया। फिलहाल किसी भी पक्ष ने कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई है।