Rajasthan News: पांच साल की बच्ची खुद के बाल नोंचकर खा रही थी। पेट में बालों का गुच्छा बन गया। बार-बार पेट दर्द और भूख नहीं लगने की शिकायत पर परिजन उसे डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज लाए। जांच के बार डॉक्टर भी हैरान रह गए। बुधवार को 9 डॉक्टरों की टीम ने 40 मिनट तक ऑपरेशन कर बच्ची के पेट से 350 से 400 ग्राम बालों का गुच्छा निकालकर उसकी जान बचाई। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची ट्राइको बेजार नाम की बीमारी से पीड़ित है।
खडगदा की रहने वाली है बच्ची
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के मुताबिक, खडगदा गांव की रहने वाली 5 साल की बच्ची को उसके माता-पिता अस्पताल पहुंचे। परिजन ने डॉक्टर को बताया कि बच्ची को भूख नहीं लगती है। पेट में सूजन है और खाने-पीने में तकलीफ होती है। डॉक्टर ने बच्ची के जांच करवाई, जिसमें बच्ची के पेट में बालों का गुच्छा होने का पता लगा। बच्ची को भर्ती कर इलाज शुरू किया। इसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने का फैसला किया।
आंतों तक फैल गया था बालों का गुच्छा
बुधवार को डॉ. महेंद्र डामोर, डॉ. सुषमा, डॉ. अर्जुन खराड़ी, डॉ. रजत यादव, डॉ. सुहानी गड़िया, डॉ. विनिता गोदा, डॉ. अमित जैन, डॉ. कुश, डॉ. कमला के साथ पुष्पा कटारा, जावेद, माया की टीम ने बच्ची का सफल ऑपरेशन किया। पेट में चीरा लगाकर 350 से 400 ग्राम बालों का गुच्छा निकाला। बालों का ये गुच्छा पेट से लेकर आंतों तक फैला था। खाने की बजाय पेट में बाल थे। इससे बच्ची को खाने-पीने से लेकर कई तकलीफ हो रही थी। 40 मिनट तक चले ऑपरेशन के बाद बाच डॉक्टरों ने बच्ची को नया जीवन दिया है।
ट्राइकोबेजार बीमारी कहते हैं
डॉक्टरों ने बताया कि बाल खाने की आदत से बच्चों में शारीरिक विकास रुक जाता है। इसे ट्राइकोबेजार बीमारी कहते हैं। इस बीमारी से बच्चे खुद के बाल खाते हैं। इसके बाद बाल पेट में गुच्छे की तरह जमा हो जाते हैं। इससे खाने-पीने की क्षमता खत्म हो जाती है। इस बच्ची को भी यही बीमारी है। ऑपरेशन के बाद बच्ची की तबीयत अब ठीक है।
आठ साल तक बाल नोंचकर खाए थे
बता दें कि हाल ही में पाली में ऐसा ही मामला सामने आया था। एक लड़की 8 साल से खुद के बाल नोंच-नोंच कर खा रही थी। पेट में बालों का गुच्छा बन गया था। परिजन उसे पाली के बांगड़ हॉस्पिटल लेकर गए। डॉक्टरों ने लड़की का सफल ऑपरेशन कर उसके पेट से आधा किलो बालों का गुच्छा निकाला था। हरियाणा के पंचकूला में 6 साल की बच्ची के पेट से डेढ़ किलो बालों का गुच्छा निकला था।