राजस्थान में परिवारवाद को चोट : हनुमान बेनीवाल ने बंद किया दरवाजा, किरोड़ीलाल मीणा बोले-मुझे अपनों ने मारा

Rajasthan By-election election : राजस्थान की 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में लोगों ने परिवारवाद को सिरे से नकार दिया। चुनाव परिणामों से माननीय हैरान हैं। कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा (Kirodi Lal Meena) के भाई और आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) की पत्नी चुनाव हार गईं। किरोड़ीलाल ने भितरघात और बेनीवाल ने प्रशासनिक मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। बेनीवाल पत्नी की हार से इस कदर बिचलित है कि घर आए समर्थकों के सामने उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया।
राजस्थान उपचुनाव में सीटवार हार-जीत की स्थिति
सीट | आगे | पीछे | अंतर |
झुंझुनूं | राजेंद्र भांबू (भाजपा)- जीते | अमित ओला (कांग्रेस) | 42848 |
खींवसर | रेवंत राम डांगा (भाजपा) जीते | कनिका बेवीवाल (RLP) | 13870 |
दौसा | दीन दयाल बैरवा (कांग्रेस)- जीते | जगमोहन (भाजपा) | 2300 |
सलूंबर | शांता देवी मीना (भाजपा) जीते | जितेश कटारा (BAP) | 1285 |
चौरासी | अनिल कटारा (BAP) जीते | कारीलाल ननोमा (भाजपा) | 24370 |
देवली उनियारा | राजेंद्र गुर्जर (भाजपा) जीते | नरेश मीणा (निर्दलीय) | 40914 |
रामगढ़ | सुखवंत सिंह (भाजपा) जीते | आर्यन जुबेर (कांग्रेस) | 13636 |
कनिका की हार से निराश हैं बेनीवाल समर्थक
समर्थक हनुमान बेनीवाल के घर पहुंच गए, लेकिन बेनीवाल घर से बाहर नहीं आए। गेट पर खड़े होकर कहा, भाजपा और कांग्रेस ने मिलकर हमारे खिलाफ षडयंत्र किया है। सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हुआ है। इसके बावजूद पिछली बार से 15 हजार वोट ज्यादा मिले हैं। यह कहकर उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया। समर्थक मायूस होकर लौट आए।
रेवंतराम डांगा ने 13870 वोटों हराया
नागौर जिले की खींसवार विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने जीत दर्ज की है। बेनीवाल की पत्नी कनिका 13870 वोटों से हार गईं
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मंत्री किरोड़ीलाल मीणा का फूटा दर्द
इधर, दौसा सीट से मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा चुनाव हार गए। कांग्रेस दीन दयाल बैरवा ने उन्हें 2300 वोटों मात दी है। भाई की हार से मंत्री किरोड़ीलाल का दर्द फूट पड़ा। X पर पोस्ट लिखकर उन्होंने भितरघात का आरोप लगाया है। कहा, मुझमें एक कमी है कि मैं चाटुकारिता नहीं करता। इस प्रवृत्ति के चलते राजनीतिक जीवन में मेरा बहुत नुकसान हुआ। मुझे तो सदा ही अपनों ने ही मारा है। भाई का कर्ज नहीं चुका पाया।
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