Rajasthan News: राजस्थान में सीबीआई नेअवैध बजरी खनन मामले में बड़ी कार्रवाई की है। टोंक जिले में नेशनल हाईवे 52 पर दूनी थाना क्षेत्र के धांधोली बजरी चेक पोस्ट पर टीम ने चेंकिग लगाकर एमआरएस एसोसिएट ग्रुप के ऊपर कार्रवाई की। इस मामले में मेघराज सिंह रॉयल का नाम सामने आ रहा है।
बता दें, अवैध खनन मामले में राजस्थान के सबसे बड़े होटल कारोबारी मेघराज सिंह रॉयल का नाम सामने आया है। जिसके बाद से अवैध बजरी खनन मामला गरमाया हुआ है। इससे पहले भी बनास नदी पर बजरी खनन को लेकर कई बार कार्रवाई की जा चुकी है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ही बजरी खनन को लेकर रोक लगा दी थी।
कौन है मेघराज सिंह रॉयल (Who is meghraj Singh royal)
मेघराज सिंह रॉयल सीकर जिले के खंडेला के रहने वाले हैं। बता दें, उनकी 1400 करोड़ रुपए की एमआरएस ग्रुप ऑफ कंपनीज है, जो पूरे प्रदेश में फैली हुई है। रॉयल काफी ज्यादा प्रॉपर्टी के मालिक हैं और इनका भाजपा-कांग्रेस दोनों से मधुर संबंध हैं। लोग इन्हें राजपूत समाज में भामाशाह के नाम से जानते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी रोक
बनास नदी में लगातार अवैध बजरी का उत्खनन हो रहा है। इसको लेकर वहां के लोगों ने कोर्ट में याचिका दायर की थी, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने एक्शन लेते हुए 16 नवंबर 2017 को राजस्थान में बजरी खनन पर रोक लगा दी थी। साथ ही 31 मार्च 2018 को बजरी खनन के लिए सभी ठेके समय पूरा होने के बाद समाप्त कर दिए थे।
इससे पहले भी ईडी कर चुकी है कार्रवाई
बता दें कि कोर्ट ने 4 साल बाद 11 नवंबर 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान में बजरी खनन पर लगी रोक हटा दी, इसके बाद से लगातार अवैध उत्खनन शुरू हो गया। इससे पहले भी ईडी ने मेघराज सिंह रॉयल के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। जिसमें जयपुर समेत उनके अलग-अलग ठिकानों से 35 लाख से ज्यादा की नकदी जब्त की थी।