Congress MLA Mahendrajeet Singh Malviya Set to Join BJP: लोकसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में दलों में भगदड़ शुरू हो गई है। इसी कड़ी में नया नाम कांग्रेस विधायक और राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय का है। वे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो सकते हैं। यह लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा। सूत्रों के मुताबिक, मालवीय कांग्रेस से खुश नहीं हैं।
14 फरवरी को सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पर्चा भरा। इस दौरान मालवीय जयपुर नहीं आए थे। मालवीय वर्तमान में बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा विधानसभा सीट से विधायक हैं।
दक्षिणी राजस्थान में मालवीय एक प्रमुख चेहरा
दक्षिणी राजस्थान के एक आदिवासी नेता के रूप में मालवीय की पहचान है। इस क्षेत्र में कांग्रेस की तुलना में भाजपा मजबूत है। लोकसभा चुनावों से पहले मालवीय का भाजपा में शामिल होना महत्वपूर्ण हो सकता है। जिस बागीदौरा विधानसभा सीट से महेंद्रजीत मालवीय आते हैं, वह मेवाड़ क्षेत्र का हिस्सा है। 4 अगस्त को जिलों के पुनर्गठन से पहले इसका क्षेत्र भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, राजसमंद और उदयपुर के पुराने जिलों तक फैला हुआ था। इन क्षेत्रों में मालवीय का खासा प्रभाव है।
2008 में पहली बार विधायक बने थे मालवीय
महेंद्र जीत सिंह मालवीय पहली बार 2008 में जनता दल (यूनाइटेड) के जीतमल खांट को 45,000 वोटों से हराकर विधायक बने थे। 2003 में खांट ने मालवीय को 6 हजार वोटों से हराया था। 2013 में मजबूत सत्ता विरोधी लहर के बावजूद जब कांग्रेस सिर्फ 21 सीटों पर सिमट गई थी, तब मालवीय ने भाजपा के खेमराज गरासिया को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी थी। उन्होंने 2018 में गरासिया को फिर से हराया।
2020 में मालवीय का नाम उस समय में चर्चा में आया था, जब टोंक विधायक सचिन पायलट और उनके वफादार विधायकों के समूह ने कथित रूप से अशोक गहलोत सरकार को गिराने का प्रयास किया था। इस संबंध में दर्ज एक प्राथमिकी में महेंद्रजीत सिंह मालवीय का नाम सामने आया था। यह मामला उस साल के राजनीतिक संकट के दौरान लीक हुए कथित ऑडियो क्लिप से संबंधित है, जिसमें कुछ लोगों को यह कहते हुए सुना गया था कि मालवीय पायलट के साथ थे, लेकिन उन्होंने पाला बदल लिया।