Rajasthan News: पाली जिले के नगर परिषद में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। जहां 5 रुपए वाले पारले-जी बिस्किट को 20 रुपए में खरीदा गया। वहीं जांच केले और मिठाई की खरीदी पर भी अनियमितता पाई गई। इस मामले को लेकर पार्षदों ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक नगर परिषद पहले से ही बजट के अभाव में जूझ रही है। इसके बावजूद भी तय रेट से तीन गुना रुपए में सामग्री खरीदने का बिल सामने आया है। यह बिल बांगड़ स्टेडियम में आयोजित फरवरी में विकसित भारत विकसित राजस्थान कार्यक्रम के दौरान की है। जिसमें शामिल होने वालों के लिए नगर परिषद द्वारा बिस्किट, केले और मिठाई की व्यवस्था की गई थी।
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5 रुपए का बिस्किट 20 रुपए का बिल
अब इसका बिल सामने आया है, जिसे देखकर हर कोई हैरान है। बिल में पारले-जी बिस्किट का चार गुना ज्यादा रेट लगाया गया है। वहीं केले का 60 रुपए किलो और मावे की मिठाई का 500 रुपए किलो के हिसाब से रेट लगाया गया है। इस कार्यक्रम में 2500 पैकेट पारले-जी बिस्किट, 440 किलो केले और मिठाई मंगाया गया था।
एक साल के लिए है टेंडर
नगर परिषद के अधिकारियों ने सिर्फ केले और बिस्किट के लिए 76 हजार 400 रुपए के बिल का भुगतान किया है। नगर परिषद ने एक साल के लिए वंशिका ट्रेडर्स पाली से टेंडर का अनुबंध किया है। जिसमें पूरे सालभर के लिए वस्तुओं की रेट फिक्स की गई है। इसके बावजूद भी विकसित भारत विकसित राजस्थान कार्यक्रम में तय रेट से ज्यादा की दर लगाई गई।
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उचित कार्रवाई की जाएगी
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए SDM ने कहा कि जांच के निर्देश दिए गए हैं। वहीं नगर परिषद कार्यवाहक आयुक्त और SDM अशोक कुमार विश्नोई ने कहा कि खरीद प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई है। जिसमें संबंधित नगर परिषद कर्मचारी के खिलाफ जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।