Rajasthan Mass Cheating: राजस्थान में स्कूल परीक्षा के दौरान बड़े पैमाने पर सामूहिक नकल का खुलासा हुआ है। बुधवार को जब शिक्षा विभाग की सतर्कता टीम स्कूल पहुंची तो नजारा देखकर दंग रह गई। निगरानी टीम यानी फ्लाइंग स्क्वाड ने पाया कि राज्य ओपन स्कूल की कक्षा 10 और 12 की परीक्षाओं में शिक्षक ही छात्रों की नकल करने में मदद करे हैं। टीम ने कई शिक्षकों को रंगे हाथों नकल कराते पकड़ा है। उनके खिलाफ नियमों के तहत आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। यह घटना देचू के कोलू गांव के एक सरकारी मिडिल स्कूल की है।
स्कूल के गेट बंद थे, दीवार लांघकर घुसी टीम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिक्षा विभाग की ओर से राज्यभर के परीक्षा केंद्रों पर औचक निरीक्षण के लिए फ्लाइंग स्क्वायड भेजी गई थीं। एक निगरानी टीम जब देचू के सरकारी स्कूल पहुंची, तो वहां स्कूल के गेट बंद मिले। टीम ने दीवारें फांदकर परीक्षा हॉल में प्रवेश किया। यहां देखा कि शिक्षक ही ब्लैकबोर्ड पर परीक्षा के उत्तर लिख रहे हैं और छात्र उन्हें वैसे ही आंसरशीट में उतार रहे हैं। निगरानी टीम ने सामूहिक नकल से जुड़े इन दृश्यों को कैमरे में कैद कर लिया।
'नकल के ऐवज में शिक्षकों ने 2-2 हजार रु. लिए'
- फ्लाइंग स्क्वाड की अगुआई करने वाली अफसर निशि जैन ने बताया- "हमें इस स्कूल में संगठित नकल के बारे में सूचना मिली थी। जब हम जांच करने पहुंचे, तो हमें स्कूल के गेट बंद मिले और हमें दीवारें फांदकर अंदर जाना पड़ा। हमने देखा कि शिक्षक बड़े पैमाने पर नकल करा रहे थे और ब्लैकबोर्ड पर उत्तर लिख रहे थे। टीम को सिर्फ लिखित उत्तर ही नहीं, बल्कि नकद लेन-देन के भी चौंकाने वाले बात पता चली है।
- जैन ने कहा, "हमने छात्रों के पास से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की। एक छात्र के पास 2,100 रुपए मिले, जबकि एक अन्य ने शिक्षकों को नकल कराने के लिए 2 हजार रुपए देने की बात कबूल की।
- आगे जांच में और भी चिंताजनक प्रथाएं सामने आईं। विज्ञान संकाय के दो शिक्षक अनसूया और कोमल वर्मा नकल कराने के साथ-साथ डमी उम्मीदवार के रूप में भी काम कर रहे थे। उन्हें अन्य छात्रों की ओर से परीक्षा देते हुए पकड़ा गया।"
प्रिंसिपल समेत 10 शिक्षकों पर केस दर्ज, 6 सस्पेंड
बड़े पैमाने पर सामूहिक नकल का खुलासा होने पर टीम ने तुरंत स्थानीय अधिकारियों को सूचित किया और पुलिस टीम मौके पर भेजी गई। इस बीच, दो संदिग्ध डमी उम्मीदवार भागने में सफल रहे। राजस्थान शिक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह चौहान समेत 10 शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया। फालोदी के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी किशोर बोहरा ने कहा, "तत्काल कार्रवाई की गई है। 6 तृतीय श्रेणी के शिक्षकों और एक लाइब्रेरियन को सस्पेंड कर दिया है और प्रधानाचार्य और अनुपस्थित पर्यवेक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई लंबित है।"
इस घटना ने राजस्थान में राज्य ओपन स्कूल की परीक्षाओं की साख पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, जो उन लोगों को शैक्षिक अवसर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है, जो शिक्षा से वंचित रहे हैं या मुख्यधारा की शिक्षा का हिस्सा नहीं बन पाए।