Rajasthan News: जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटना में मारे गए राजस्थान के जयपुर निवासी 4 लोगों की मौत हो गई थी। जिनका शव मंगलवार को जयपुर पहुंचते ही लोगों ने धरना शुरू कर दिया। जयपुर में मुरलीपुरा और चौमूं थाने के बाहर हजारों की तादात में नारेबाजी कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस बल भारी मात्रा में तैनात किया गया है। इस दौरान थाने की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है।

शव पहुंचने के बाद लोगों ने आंदोलन को तेज कर दिया है। मृतकों को सरकारी नौकरी और एक-एक करोड़ रुपए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। बता दें, मंगलवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे जम्मू-कश्मीर में मारे गए चौमूं (जयपुर) के परिवार के चारों शवों को ट्रेन के माध्यम से जयपुर लाया गया। 

काफी देर की वार्ता में बनी सहमति
धरने के दौरान काफी संख्या में परिजनों ने थाने का घेराव किया था जिसमें वार्ता के बाद सहमति बनी। चौमूं के पूर्व विधायक रामलाल शर्मा ने बताया कि परिजनों को 50 लाख का आर्थिक मुआवजा, इसके साथ ही दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी और परिवार के लिए एक डेयरी बूथ सरकार की तरफ से दिया जाएगा। सहमति के बाद परिजन शव लेकर घर के लिए रवाना हो गए।

शव पहुंचने के बाद पुलिस अलर्ट
आतंकी हमले में मारे गए लोगों का शव चौमूं पहुंचने के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए लगातार पुलिसकर्मी अपने सीनियर अफसरों के संपर्क में हैं। परिजनों को कहना है कि हमें न्याय चाहिए। घायल पवन भी परिजनों के साथ एंबुलेंस में मौजूद हैं।

जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचकर दे रहे समझाइश
जयपुर में बढ़ते हुए प्रदर्शन को देखते हुए थाने में सांसद और पूर्व विधायक भी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाइश देने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप भी मौके पर मौजूद हैं। लेकिन अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। इसलिए शवों को वहीं पर रोका गया है।

ट्रैफिक डायवर्ट किया गया
जयपुर-सीकर हाईवे को जाम कर दिया गया है। जिसकी वजह से शहर की तरह हाईवे से डायवर्ट कर बाइपास से निकाला जा रहा है। इसी सड़क पर चौमूं थाना भी है। लोग यहां सुबह से ही काफी तादात धरना दे रहे हैं। इस धऱने में काफी संख्या में महिलाएं शामिल हुई हैं।