जयपुर। राजस्थान में 16वीं विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने दो अधिकारियों को सस्पेंड करने की घोषणा की। दरअसल, बीएपी विधायक राजकुमार रोत ने एक भवन निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत की थी। जवाब में मंत्री ने बताया कि जिम्मेदार एईएस, जेईएन, सहायक लेखाधिकारी के खिलाफ 16 सीसीए के तहत कार्रवाई की गई।
मैं जब तक खड़ा हूं कोई नहीं जाएगा
बता दें कि विधानसभा के पहले सत्र के आज के दिन की शुरुआत हंगामेदार रही। सत्र का पहला सवाल हनुमान बेनीवाल ने पेपरलीक पर हुई कार्यवाही को लेकर पूछा। डोटासरा ने जब इसको लेकर प्रश्न करना चाहा तो भाजपा विधायकों ने हंगामा किया। विधायकों ने कहा कि नाथी का बाड़ा सवाल नहीं कर सकता। स्पीकर देवनानी विधायकों-मंत्रियों के हंगामे से नाराज दिखे। उन्होंने कांग्रेस नेता शांति धारीवाल को भी डांटा। वहीं, प्रश्नकाल खत्म होते ही सदन में मौजूद अफसर जाने लगे तो विधानसभा अध्यक्ष नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि मैं जब तक खड़ा हूं कोई नहीं जाएगा।
बेनीवाल का सवाल: सरकार क्या CBI से करवाएगी जांच?
विधायक हनुमान बेनीवाल ने पेपर लीक प्रकरण उठाते हुए सवाल किया कि पूर्ववर्ती सरकार के दौरान हुए प्रकरण की जांच SIT कर रही है। लेकिन क्या सरकार बेरोजगार युवाओं से जुड़े इस गंभीर प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने की मंशा रखी है?
मंत्री गजेंद्र ने क्या दिया जवाब
बेनीवाल के इस सवाल के जवाब मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने दिया। मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से अब तक पेपर लीक के 33 प्रकरण दर्ज हो चुके हैं। इनमें से 32 मामलों के चालान कोर्ट में पेश किये गए। सिर्फ एक प्रकरण अभी पेंडिंग चल रहा है।
ऐसे शुरू हुआ हंगामा
मंत्री गजेंद्र सिंह के जवाब के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह डोटासरा ने हस्ताक्षेप किया। गोविंद ने सरकार से सवाल पूछा कि कांग्रेस और भाजपा पूर्ववर्ती सरकार के दौरान कितने-कितने प्रकरण सामने आए हैं। वो एक मामला कौन सा है, जिसे लेकर पुलिस ने अभी तक कोर्ट में चालान पेश नहीं किया? डोटासरा के इन्हीं सवालों के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आमने-सामने हो गए। सदन में जोरदार हंगामा शुरू हो गया।