Jaipur factory accident: जयपुर की एक केमिकल फैक्ट्री में शनिवार को विस्फोट होने से 5 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों के परिजनों ने सरकार से एक सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए की मांग कर शव को उठाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। जिसके बाद प्रशासन की टीम ने सहमति जताते हुए समझाइश देकर जाम को खुलवाया।
परिजनों का आरोप है कि फैक्ट्री मालिक के ऊपर भी कार्रवाई की जाए। करीब 3 घंटे पुलिस और परिजनों के बीच वार्ता के बाद जाम खोलने का निर्णय लिया गया। शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
3 घंटे बाद खुला जाम
जयपुर में यह हादसा शहर से करीब 25 किमी दूर बस्सी की केमिकल फैक्ट्री में हुआ था। घटना के बाद मांगों को लेकर परिजनों ने जयपुर-आगरा हाईवे पर जाम लगा दिया था।हालांकि प्रशासन की वार्ता के बाद जाम को खोल दिया गया।
मांग पूरी करने का दिया आश्वासन
इस मामले में जाम को खुलवाने के लिए पूर्व विधायक कन्हैयालाल मीणा भी पहुंचे। उन्होंने परिजनों और फैक्ट्री मालिक से बात कर बीच का रास्ता निकाला। जिसके बाद परिजन मान गए। पूर्व विधायक ने आश्वासन दिया कि मरने वाले और एक झुलसे व्यक्ति को फैक्ट्री मालिक की ओर से 15 लाख रुपए, लेबर डिपार्टमेंट से भी 15 लाख रुपए और चिरंजीवी बीमा योजना के तहत 5 लाख रुपए मुआवजा दिलवाया जाएगा। नौकरी की बात को लेकर उन्होंने कहा कि आचार संहिता के बाद बातचीत की जाएगी।
इनकी हुई थी मौत
इस फैक्ट्री विस्फोट में 6 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में हीरालाल गुर्जर, गोकुल हरिजन, मनोहर, कृष्ण गुर्जर, बाबूलाल मीणा का नाम शामिल है। वहीं एक व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है। फिलहाल जाम खुलवा दिया गया है। मौके पर अभी भी पुलिस बल तैनात है।